सन्दर्भ:
: मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत पशुपालन और डेयरी विभाग (DAHD) ने प्रतिष्ठित राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार 2025 (NGRA 2025) के लिए नामांकन शुरू करने की घोषणा की है।
राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार के बारें में:
: यह पशुधन और डेयरी क्षेत्र के सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मानों में से एक है।
: इसे 2021 में राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत लॉन्च किया गया था।
: इसका उद्देश्य- दुग्ध उत्पादक किसानों, डेयरी सहकारी समितियों, दुग्ध उत्पादक कंपनियों (MPC), डेयरी किसान उत्पादक संगठनों (FPO) और कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियनों (AIT) के बीच उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करना है, जिसमें स्वदेशी मवेशियों और भैंसों की नस्लों को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
: भारत की स्वदेशी गोजातीय नस्लें मज़बूत हैं और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की आनुवंशिक क्षमता रखती हैं।
: राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार निम्नलिखित श्रेणियों में प्रदान किए जाएँगे:-
- स्वदेशी मवेशी/भैंस नस्लों का पालन करने वाले सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान (पंजीकृत नस्लों की सूची संलग्न)।
- सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति (DCS)/दुग्ध उत्पादक कंपनी (MPC में)/डेयरी किसान उत्पादक संगठन (FPO)।
- सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (AIT)।
- पूर्वोत्तर क्षेत्र (NER) और हिमालयी राज्यों के लिए विशेष पुरस्कार का भी प्रावधान है ताकि इन राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों में डेयरी विकास गतिविधियों को प्रोत्साहित और बढ़ावा दिया जा सके।
: NGRA 2025 में प्रथम दो श्रेणियों अर्थात सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान और सर्वश्रेष्ठ DCS/FPO/MPC में योग्यता प्रमाण पत्र, एक स्मृति चिन्ह और मौद्रिक पुरस्कार शामिल होंगे।