सन्दर्भ:
: हाल ही में, राजस्थान के मुख्य वन्यजीव वार्डन ने एक आंतरिक रिपोर्ट के बाद तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है जिसमें कहा गया था कि रणथंभौर टाइगर रिजर्व (Ranthambore Tiger Reserve) में 25 से अधिक बाघ लापता हैं।
रणथंभौर टाइगर रिजर्व के बारे में:
: यह पूर्वी राजस्थान में अरावली और विंध्य पर्वतमाला के जंक्शन पर स्थित है।
: यह उत्तर भारत के सबसे बड़े टाइगर रिजर्व में से एक है।
: यह कभी जयपुर के महाराजाओं के लिए शाही शिकारगाह हुआ करता था।
: विंध्य की कोमल और खड़ी ढलानों से लेकर अरावली घाटी की तीखी और शंक्वाकार पहाड़ियों तक का नज़ारा काफ़ी हद तक बदल जाता है।
: दक्षिण में चंबल नदी और उत्तर में बनास नदी टाइगर रिजर्व को घेरती हैं।
: रिजर्व में खड़ी चट्टानी पहाड़ियाँ हैं और रणथंभौर किले (10वें युग में निर्मित और यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल) की प्रमुख वास्तुकला इसके परिदृश्य में चार चाँद लगाती है।
: एक प्रमुख पर्यावरणीय विशेषता ‘ग्रेट बाउंड्री फॉल्ट’ है जहाँ विंध्य का पठार अरावली पर्वतमाला से मिलता है।
: वनस्पति प्रकार– उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती और उष्णकटिबंधीय काँटेदार।
: प्रमुख वनस्पति- पठारों पर घास के मैदानों के साथ-साथ ढोक वृक्ष (एनोजिसस पेंडुला) की शुद्ध रेत; घाटियों में घास के मैदान और नहरों के आसपास हरे-भरे पत्ते जंगल बनाते हैं।
: प्रमुख जीव-जंतु- बाघ, तेंदुआ, जंगली सूअर, सुस्त भालू, धारीदार लकड़बग्घा, रीसस मकाक आदि यहाँ पाए जाते हैं।