संदर्भ:
: दुबई में आयोजित 28वीं यूपीयू कांग्रेस के दौरान, भारत को यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (UPU) की प्रशासन परिषद (CA) और डाक संचालन परिषद (POC) के लिए पुनः निर्वाचित किया गया है।
यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन के बारे में:
: UPU संयुक्त राष्ट्र की एक विशिष्ट एजेंसी और अंतर्राष्ट्रीय डाक सहयोग का प्रमुख मंच है।
: यह 192 सदस्य देशों को जोड़ने वाला एक सार्वभौमिक डाक नेटवर्क सुनिश्चित करता है।
: इसकी स्थापना1874 (बर्न की संधि) में।
: इसका मुख्यालय बर्न, स्विट्ज़रलैंड में।
: अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) के बाद दूसरा सबसे पुराना अंतर्राष्ट्रीय संगठन।
: शासन संरचना- UPU में 4 प्रमुख निकाय हैं:
- कांग्रेस: सर्वोच्च प्राधिकारी, हर 4 साल में बैठक करता है, रणनीति और नीतियाँ निर्धारित करता है।
- प्रशासन परिषद (CA): कांग्रेस सत्रों के बीच नीतिगत, नियामक, कानूनी, प्रशासनिक मुद्दों पर विचार करता है।
- डाक संचालन परिषद (POC): तकनीकी और परिचालन निकाय (48 निर्वाचित सदस्य) डाक सेवा आधुनिकीकरण को आगे बढ़ाता है।
- अंतर्राष्ट्रीय ब्यूरो: सचिवालय, रसद और तकनीकी सहायता प्रदान करता है।
: इसका उद्देश्य:-
- वैश्विक डाक सहयोग को बढ़ावा देना और सुचारू अंतर्राष्ट्रीय डाक आदान-प्रदान सुनिश्चित करना।
- दुनिया भर में आधुनिक, विश्वसनीय और किफायती डाक सेवाओं का विकास करना।
- पार्सल, डाक और डाक वित्तीय सेवाओं के विकास को सुगम बनाना।
: इसका प्रमुख कार्य:
- नियम-निर्धारण: वैश्विक डाक विनियमों और मानकों को परिभाषित करता है।
- सलाहकार एवं मध्यस्थता भूमिका: विवादों का समाधान करता है, सहयोग को बढ़ावा देता है।
- तकनीकी सहायता: देशों को डाक सेवाओं के आधुनिकीकरण में सहायता करता है।
- क्षमता निर्माण: डाक सेवाओं की गुणवत्ता, दक्षता और वित्तीय स्थिरता में सुधार के उपायों की सिफ़ारिश करता है।
- वैश्विक एकीकरण: ई-कॉमर्स और सीमा-पार रसद की अंतर-संचालनीयता और विकास सुनिश्चित करता है।