सन्दर्भ:
: प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के त्रिमंदिर, अडालज में मिशन स्कूल्स ऑफ एक्सीलेंस का शुभारंभ किया।
: त्रिमंदिर में कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने लगभग 4260 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया।
मिशन स्कूल्स ऑफ एक्सीलेंस के बारें में:
: यह अमृत काल की अमृत पीढ़ी के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
: मिशन की परिकल्पना कुल 10,000 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ की गई है।
: यह मिशन गुजरात में नई कक्षाओं, स्मार्ट कक्षाओं, कंप्यूटर प्रयोगशालाओं की स्थापना और राज्य में स्कूलों के बुनियादी ढांचे के समग्र आधुनिकीकरण से शिक्षा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में मदद करेगा।
: 5जी प्रौद्योगिकी, इस मिशन में मददगार होगी,जो शिक्षा प्रणाली को स्मार्ट सुविधाओं, स्मार्ट कक्षाओं और स्मार्ट शिक्षण से आगे ले जाएगी और इसे अगले स्तर पर पहुंचाएगी।
: इससे युवा छात्र अब स्कूलों में वर्चुअल वास्तविकता और इंटरनेट ऑफ थिंग्स की ताकत का अनुभव कर सकेंगे।
: मिशन स्कूल्स ऑफ एक्सीलेंस के माध्यम से गुजरात ने पूरे देश में पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
: शिक्षा के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका है, आज गुजरात में 1 करोड़ से अधिक छात्र और 4 लाख से अधिक शिक्षक ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराते हैं।
: गुजरात में 20 हजार स्कूल शिक्षा के 5जी युग में प्रवेश करने जा रहे हैं।
: मिशन स्कूल्स ऑफ एक्सीलेंस के तहत शामिल परियोजनाओं में प्रमुखता को बताया गया, इन स्कूलों में 50 हजार नए क्लासरूम और एक लाख से अधिक स्मार्ट क्लासरूम बनाए जाएंगे।
: इन स्कूलों में न केवल आधुनिक, डिजिटल और भौतिक बुनियादी ढांचा होगा, बल्कि यह बच्चों के जीवन और उनकी शिक्षा में बड़ा बदलाव लाने का अभियान भी है।
: यहां बच्चों की क्षमता बढ़ाने के लिए हर पहलू पर काम किया जाएगा।
: शैक्षिक विकल्पों की विविधता और लचीलापन नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को जमीनी स्तर तक पहुंचाएगा।
: राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कार्यान्वयन के लिए मॉडल स्कूल होंगे।