सन्दर्भ:
: भारतीय वायु सेना सितंबर तक रूस निर्मित मिग-21 (Mig- 21) बाइसन लड़ाकू विमानों को सेवानिवृत्त करने वाली है, जो इसके सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले विमानों में से एक के युग का अंत होगा।
मिग-21 के बारें में:
: यह एक सुपरसोनिक जेट लड़ाकू विमान है।
: इसे तत्कालीन सोवियत संघ के मिकोयान-गुरेविच डिज़ाइन ब्यूरो (OKB) द्वारा डिज़ाइन किया गया था।
: 1963 में पहली बार भारतीय वायु सेना (IAF) में शामिल किया गया, मिग-21 भारत का पहला सुपरसोनिक जेट है।
: भारत की हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने रूस द्वारा दिए गए लाइसेंस के तहत 657 मिग-21 का निर्माण किया।
: यह दुनिया में दूसरा सबसे अधिक उत्पादित जेट विमान है।
: इसका नाटो रिपोर्टिंग नाम ‘फिशबेड’ है, अन्य उपनामों में ‘बालालिका’ शामिल है क्योंकि इसका प्लानफ़ॉर्म इसी नाम के तार वाले संगीत वाद्ययंत्र जैसा दिखता है; इसके धड़ के आकार के कारण ‘ओलोवेक’ (पोलिश में ‘पेंसिल’); और ‘एन बाक’, जिसका वियतनामी में अर्थ ‘चाँदी का निगल’ है।
: मिग-21 ने इतिहास में किसी भी अन्य लड़ाकू विमान की तुलना में अधिक संघर्ष देखे हैं।
: मिग-21 ने 1963 के बाद से भारत द्वारा सामना किए गए लगभग हर युद्ध या संघर्ष में भाग लिया है, 1965 और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध, 1999 के कारगिल युद्ध, 2019 में बालाकोट हवाई हमले और हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर।