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मणिपुर,मेघालय और त्रिपुरा के 50वें स्थापना दिवस

सन्दर्भ-प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी आज मणिपुर,मेघालय और त्रिपुरा के 50वें स्थापना दिवस पर बधाई और सम्बोधित किए।
प्रमुख तथ्य-
1:मणिपुर-:आज ही के दिन 1972 में इसकी स्थापना हुई थी तब से लेकर आज तक मणिपुर एकजुटता के साथ हर परिस्थिति का सामना करते हुए विकास का रास्ता तय किया है और आज बिना किसी भेदभाव के हर क्षेत्र,हर वर्ग तक विकास पहुंच रहा है।
:यहाँ के युवाओं का सामर्थ्य विश्व पटल पर निखर के आ रहा है और इसी पोटेंशियल को देख कर राज्य को देश का स्पोर्ट्स पावर हाउस बनाने का जिम्मा उठाया गया है।देश की पहली नेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना के पीछे यही सोच है।
:स्टार्टअप्स के मामलें में भी यहाँ के युवा कमाल कर रहे है,साथ ही हैंडीक्राफ्ट्स की जो ताकत मणिपुर के पास है उसे समृद्ध करने हेतु सरकार प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है।
:नार्थ ईस्ट को एक्ट ईस्ट पॉलिसी का सेण्टर बनाने के लिए सरकार एक विज़न के साथ चल रही है उसमे मणिपुर की भूमिका अहम् है।
:मणिपुर को पहली ट्रैन के लिए 50 वर्ष का समय लग गया है,और इसमे जिरबम-तुपुल-इंफाल रेलवे लाइन भी शामिल है।
इंडिया-म्यांमार-थाईलैंड ट्राइलेट्रल हाईवे पर भी तेज़ी से काम चल रहा है।
2:मेघालय-:आज ही के दिन 1972 में इसकी स्थापना हुई थी तब से लेकर आज तक मेघालय विकास के रास्ते पर है इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति का अभिनन्दन है,प्रधानमंत्री ने कहा की शिलॉन्ग में North Eastern Council meet में हिस्सा लेने आया था। तीन-चार दशक के अंतराल के बाद एक प्रधानमंत्री का इस आयोजन में हिस्सा लेना, शिलॉन्ग पहुंचना, मेरे लिए अविस्मरणीय अनुभव था।
:मेघालय ने प्रकृति और प्रगति का,कंज़र्वेशन और ईको-सस्टैनबिलिटी का संदेश दुनिया को दिया है। खासी, गारो और जयंतिया समुदाय इसके लिए विशेष तौर पर सराहना के पात्र हैं।
:ये धरती प्रतिभाशाली कलाकारों से भरी है। शिलॉन्ग चैंबर कॉइर ने इस परंपरा को नई पहचान, नई ऊंचाई दी है।
:कला के साथ-साथ खेल के मैदान पर भी मेघालय के युवाओं की प्रतिभा देश का गौरव बढ़ाता रहा है। ऐसे में आज जब खेल में भारत एक बड़ी ताकत बनने की ओर अग्रसर है,तब मेघालय के समृद्ध खेल संस्कृती में, उससे देश को बहुत उम्मीदें हैं।
:मेघालय के लोगो ने बांस और बेंत की बुनाई की कला को फिर से जीवित किया है,तो यहां के मेहनती किसानों, ऑर्गेनिक स्टेट के रूप में मेघालय की पहचान मजबूत कर रहे हैं।गोल्डेन स्पाइस,लखाडोंग हल्दी की खेती तो अब दुनिया भर में मशहूर हो गयी है।
:जल जीवन मिशन कारण मेघालय में नल से जल प्राप्त करने वाले घरों की संख्या 33 प्रतिशत हो गयी है।
:टूरिज्म और ऑर्गेनिक फार्मिंग के अलावा भी मेघालय में नए सेक्टर्स के विकास के लिए प्रयास ज़रूरी हैं।
3:त्रिपुरा- आज ही के दिन 1972 में इसकी स्थापना हुई थी तब से लेकर आज तक त्रिपुरा अपने निर्माण से लेकर आज तक विकास के रास्ते पर है।
:माणिक्य वंश के सम्राटों के प्रताप से लेकर आज तक, एक राज्य के रूप में त्रिपुरा ने अपनी भूमिका को सशक्त किया है।
:जनजातीय समाज हो या दूसरे समुदाय, सभी ने त्रिपुरा के विकास के लिए पूरी मेहनत के साथ, एकजुटता के साथ प्रयास किए हैं।
:मां त्रिपुरासुंदरी के आशीर्वाद से त्रिपुरा ने हर चुनौती का हिम्मत के साथ सामना किया है।
:आज बड़े कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से अब ये राज्य ट्रेड कॉरिडोर का हब बन रहा है।आज रोड के साथ-साथ रेल, हवाई, इनलैंड वॉटरवे जैसे अनेक माध्यम त्रिपुरा को मिल रहे हैं।
:2020 में अखौरा इंटिग्रेटेड चेक पोस्ट पर बांग्लादेश से पहला ट्रांज़िट कार्गो पहुंचा।
:हाउसिंग कंस्ट्रक्शन में नई टेक्नॉलॉजी का उपयोग देश के जिन 6 राज्यों में हो रहा है,उनमें त्रिपुरा भी एक हैं।


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By gkvidya

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