सन्दर्भ:
: हाल ही में, केंद्रीय कोयला और खान मंत्री ने भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) कोलकाता में राष्ट्रीय भूस्खलन पूर्वानुमान केंद्र का उद्घाटन किया और भूसंकेत वेब पोर्टल (Bhusanket Web Portal) और भूस्खलन मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया।
भूसंकेत वेब पोर्टल के बारे में:
: यह वेब पोर्टल भूस्खलन के खतरों पर प्रासंगिक डेटा और सूचना के प्रसार की सुविधा प्रदान करेगा, जिससे देश में लघु-श्रेणी और मध्यम-श्रेणी के भूस्खलन पूर्वानुमान की शुरुआत होगी।
: भूसंकेत वेब पोर्टल के साथ एकीकृत, उपयोगकर्ता के अनुकूल भूस्खलन मोबाइल ऐप दैनिक भूस्खलन पूर्वानुमानों के त्वरित प्रसार को सक्षम करेगा और हितधारकों को भूस्खलन की घटनाओं पर स्थानिक और लौकिक जानकारी साझा करने और अपडेट करने की अनुमति देगा।
: यह ऐप भूसंकेत वेब पोर्टल पर उपलब्ध है और जल्द ही गूगल प्ले स्टोर पर भी उपलब्ध होगा।
: ज्ञात हो कि GSI, इसकी स्थापना 1851 में मुख्य रूप से रेलवे के लिए कोयला भंडार खोजने के लिए की गई थी।
: यह खान मंत्रालय से जुड़ा कार्यालय है।
: इसके मुख्य कार्य राष्ट्रीय भूवैज्ञानिक जानकारी और खनिज संसाधन मूल्यांकन का निर्माण और अद्यतन करना है।
