सन्दर्भ:
: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के बीच व्यापक वार्ता के बाद भारत और श्रीलंका ने अपनी आर्थिक साझेदारी को महत्वपूर्ण रूप से विस्तारित करने हेतु एक महत्वाकांक्षी विज़न दस्तावेज़ को अपनाया।
विज़न दस्तावेज़ से जुड़े प्रमुख तथ्य:
: ज्ञात हो कि अपने बयान में, प्रधानमंत्री ने पिछले साल श्रीलंका में आर्थिक कठिनाइयों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत एक करीबी दोस्त के रूप में संकट के दौरान द्वीप राष्ट्र के लोगों के साथ “कंधे से कंधा मिलाकर” खड़ा है।
: श्रीलंका में यूपीआई भुगतान प्रणाली शुरू करने के लिए एक समझौते के परिणामस्वरूप दोनों पक्षों के बीच फिनटेक कनेक्टिविटी होगी।
: भारत और श्रीलंका के सुरक्षा हित और विकास आपस में जुड़े हुए हैं और एक-दूसरे के सुरक्षा हितों और संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए मिलकर काम करना जरूरी है।
: आर्थिक साझेदारी के लिए एक विज़न दस्तावेज़ अपनाया गया है।
: इसका उद्देश्य पर्यटन, बिजली, व्यापार, उच्च शिक्षा, कौशल विकास और कनेक्टिविटी के क्षेत्रों में आपसी सहयोग को गति देना है।
: साथ ही इसका उद्देश्य दोनों देशों के लोगों के बीच समुद्री, वायु, ऊर्जा और लोगों से लोगों के बीच संपर्क को मजबूत करना है।
: यह तय हुआ कि जल्द ही आर्थिक और तकनीकी सहयोग पर समझौते पर बातचीत शुरू होगी।
: भारत-श्रीलंका पेट्रोलियम पाइपलाइन पर व्यवहार्यता अध्ययन आयोजित किया जाएगा।
: मछुआरों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इसे मानवीय दृष्टिकोण के तहत निपटाया जाना चाहिए।