सन्दर्भ-श्री ज्योतिरादित्य एम.सिंधिया ने भारत में बने पहले डोर्नियर एयरक्राफ्ट की उड़ान को झंडी दिखाकर रवाना किया।
प्रमुख तथ्य-HAL द्वारा बनाए गए Do- 228 से डिब्रूगढ़-पासीघाट-लीलाबारी को जोड़ा गया है।
:इस विमान को हिंदुस्तान एयरक्राफ्ट कहा गया है।
:पूर्वोत्तर भारत में हवाई अड्डों और एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड्स (ALG) को जोड़ने की योजना के तहत रवाना किया गया।
:इस उड़ान का संचालन असम के डिब्रूगढ़ से अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट और आखिर में असम के लीलाबारी के लिए होगा।
:सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी अलायंस एयर ने भारत में निर्मित डोर्नियर एयरक्राफ्ट के संचालन के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ एक समझौता किया।
:इसके साथ ही,अलायंस एयर नागरिक संचालन में भारत में निर्मित विमान उड़ाने वाली पहली व्यावसायिक विमानन कंपनी बन गई है।
:भारत में निर्मित Do-228 की तैनाती चरणबद्ध तरीके से की जाएगी।
:पहले चरण में, दो हिंदुस्तान एयरक्राफ्ट डिब्रूगढ़ में तैनात किए जाएंगे,जो तेजू,पासीघाट और जीरो को जोड़ेंगे,आगामी 15 दिनों में विमानन कंपनी तेजू को जोड़ देगी और उसके बाद 30 दिनों के भीतर जीरो के लिए हवाई सेवा शुरू कर दी जाएगी।
:दूसरे चरण में,मेचुका,तूतिंग और विजॉय नगर को जोड़ने की योजना है।
:देश में हवाई अड्डों की कुल संख्या 140 हो गई है,जबकि पूर्वोत्तर में 15 हवाई अड्डे स्थापित हो चुके हैं।
:अरुणाचल प्रदेश में छह महीनों के भीतर होलोंगी में एक नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का शुभारम्भ किया जाएगा।
:एनईआर में मार्च,2024 तक हवाई संपर्क और हवाई इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार के लिए मंत्रालय ने 500 करोड़ रुपये के बजटीय समर्थन को मंजूरी दी है।
:उड़ान योजना के तहत 415 रूट परिचालन में आ चुके हैं,ऐसे विस्तार से इसके रूटों और यात्रियों की संख्या में और वृद्धि होगी।
:क्षेत्रीय संपर्क योजना (RCA) “उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान-UDAN)” के तहत,नागर विमानन मंत्रालय ने NER की प्राथमिक क्षेत्र के रूप में पहचान की है।