सन्दर्भ:
: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के प्रगति मैदान में भारत मंडपम नामक अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी-सह-सम्मेलन केंद्र (IECC) परिसर का उद्घाटन किया।
भारत मंडपम के बारें में:
: ‘भारत मंडपम’ शब्द भगवान बसवेश्वर की अवधारणा ‘अनुभव मंडप’ से लिया गया है, जो 12वीं शताब्दी में एक महत्वपूर्ण संस्था थी।
: अनुभव मंटपा को मानव इतिहास की सबसे शुरुआती संसदों में से एक माना जाता है, जहां कवियों और सामाजिक-आध्यात्मिक सुधारकों जिन्हें शरणस के नाम से जाना जाता है, ने विभिन्न सुधारों पर चर्चा और विचार-विमर्श किया।
: IECC कॉम्प्लेक्स भारत का सबसे बड़ा MICE (बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनियाँ) गंतव्य है और इसमें एक कन्वेंशन सेंटर, प्रदर्शनी हॉल और एक एम्फीथिएटर सहित अत्याधुनिक सुविधाएं हैं।
: कन्वेंशन सेंटर के वास्तुशिल्प डिजाइन में भारत की पारंपरिक कला और संस्कृति के तत्व शामिल हैं, जो देश की समृद्ध विरासत और आधुनिक उपलब्धियों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
इसका ऐतिहासिक संदर्भ:
: प्रभुदेवा, एक प्रसिद्ध योगी, ने राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया, जबकि भगवान बसवेश्वर ने प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया।
: अनुभव मंटपा के सदस्यों को लोगों द्वारा नहीं चुना गया था; इसके बजाय, उन्हें मंतपा के उच्च अधिकारियों द्वारा चुना या नामांकित किया गया था।