सन्दर्भ:
: सात सूत्री एजेंडे के साथ, भारत सरकार ने पहली बार मिस्र में पार्टियों के सम्मेलन (COP27) में अपनी दीर्घकालिक कम उत्सर्जन विकास रणनीति (LT-LDES) अर्थात निम्न-कार्बन वृद्धि प्रस्तुत की है।
निम्न-कार्बन वृद्धि से जुड़े प्रमुख तथ्य:
: एजेंडा निम्न-कार्बन बिजली और परिवहन प्रणालियों, ऊर्जा-कुशल शहरी बुनियादी ढाँचे, कम-उत्सर्जन वाली औद्योगिक प्रणालियों, कार्बन शमन प्रौद्योगिकियों, वन आवरण में वृद्धि, और निम्न-कार्बन विकास के आर्थिक और वित्तीय पहलुओं पर केंद्रित है।
: इसके लिए भारत ने 7 रणनीतियाँ अपनाई।
1- विकास के अनुरूप कम कार्बन वाली विद्युत प्रणालियाँ।
2- एकीकृत, कुशल और समावेशी निम्न-कार्बन परिवहन प्रणाली।
3- इमारतों में ऊर्जा और सामग्री-दक्षता।
4- विकास को उत्सर्जन से अलग करना, और एक कुशल, कम उत्सर्जन वाली औद्योगिक प्रणाली विकसित करना।
5- CO2 हटाने और संबंधित इंजीनियरिंग समाधान।
6- सामाजिक आर्थिक और पारिस्थितिक विचारों के अनुरूप वन आवरण को बढ़ाना।
7- गरीबी उन्मूलन और रोजगार सृजन में जलवायु लचीलापन बढ़ाना।