सन्दर्भ:
:स्पेस टेक स्टार्टअप अग्निकुल कॉसमॉस ने चेन्नई में 3D printed rocket engine बनाने के लिए भारत की पहली सुविधा का उद्घाटन किया,जिसको रॉकेट फैक्ट्री 1 नाम दिया गया है।
3D printed rocket engine प्रमुख तथ्य:
:3D printed rocket engine अनावरण टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन और इसरो के चेयरमैन एस सोमनाथ ने IN-SPACe (इंडियन नेशनल स्पेस प्रमोशन एंड ऑथराइजेशन सेंटर) के अध्यक्ष पवन गोयनका की उपस्थिति में किया।
:10,000 वर्ग फुट की यह सुविधा आईआईटी-मद्रास रिसर्च पार्क में स्थित है।
:इसमें ईओएस से 400 मिमी x 400 मिमी x 400 मिमी धातु 3 डी प्रिंटर होगा जो एक छत के नीचे रॉकेट इंजन के एंड-टू-एंड निर्माण को सक्षम करेगा।
:यह हमारे लिए एक मील का पत्थर है क्योंकि हम इस सुविधा के उद्घाटन के साथ आर एंड डी चरण से मुख्य निर्माण में जाते हैं, और लॉन्च वाहन इंजन बनाने का उत्पादन शुरू करते हैं।
:अग्निकुल की स्थापना 2017 में श्रीनाथ रविचंद्रन, मोइन एसपीएम और एसआर चक्रवर्ती (आईआईटी-मद्रास के प्रोफेसर) द्वारा की गई थी।
:स्टार्टअप अग्निबाण, एक अनुकूलन योग्य, 2-चरण लॉन्च वाहन बना रहा है, जो लगभग 700 किमी ऊंची (कम पृथ्वी की कक्षाओं) की कक्षाओं में 100 किलोग्राम पेलोड ले जाने में सक्षम है और प्लग-एंड-प्ले कॉन्फ़िगरेशन को सक्षम करता है।
:दिसंबर 2020 में,अग्निकुल ने रॉकेट इंजन बनाने के लिए अंतरिक्ष एजेंसी की विशेषज्ञता और सुविधाओं तक पहुँचने के लिए IN-SPACe पहल के तहत भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।