चर्चा क्यों है-
भारत और मालदीव के बीच संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास 6 -19 दिसंबर 2021 के बीच शुरू गया।
उद्देश्य-14 दिनी अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों के मध्य न सिर्फ रक्षा तथा द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना बल्कि अन्य सम्बन्धो में भी मजबूती लाना है।
प्रमुख तथ्य- सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास “एक्स एकुवेरिन” आयोजन मालदीव के कद्धू द्वीप पर हो रहा है।
मालदीव की भाषा में एकुवेरिन का अर्थ मित्र के रूप में होता है,यह एक इंडो आर्यन भाषा है,जिसे मालदीव,लक्षदीव में बोली जाती है।
इस सैन्य अभ्यास का यह 11वा संस्करण है।
:एकुवेरिन के दसवें संस्करण का आयोजन अक्टूबर 2019 में महाराष्ट्र के औंध सैन्य स्टेशन में किया गया था।
:अभ्यास के दौरान दोनों देश आतंकवाद और उग्रवाद विरोधी अभियानों के संचालन तथा सैन्य अनुभवों को साझा करेंगे।
भारत मालदीव के साथ भाषायी,सांस्कृतिक,धार्मिक,और वाणिज्यिक सम्बद्ध भी साझा करता है।
:हिंद महासागर क्षेत्र में उभरती हुई सुरक्षा चुनौतियों के बीच मालदीव के साथ भारत के संबंधों को और मजबूत बनाने की दिशा में यह अभ्यास बेहद महत्वपूर्ण है।
:इस अभ्यास का पहला संस्करण 2009 में आयोजित किया गया था
:भारतीय सेना तथा मालदीव के राष्ट्रीय रक्षा बल द्वारा बारी-बारी से इस अभ्यास की मेजबानी की जाती है।
:यह अभ्यास संयुक्त राष्ट्र के जनादेश के तहत एक अर्द्ध नगरीय क्षेत्र आतंकवाद विरोधी अभियानों को अंजाम देने पर केंद्रित है।
:इससे दोनों देशों की सशस्त्र सेनाओं को भूमि और समुन्द्र दोनों स्थानों पर अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद के खतरे को समझने और अनुभवों को साझा करने के मामलों में तालमेल एवं अंतर संचालन में वृद्धि होगी।
क्यों जरुरत है इसकी -:हिन्द महासागर भारत की नीति मालदीव,मॉरीसस,सेशेल्स,और श्रीलंका को सुरक्षा और राजनीतिक स्थायित्व प्रदान करने पर केंद्रित है साथ ही चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकना है।
:अभी हाल ही 28 नवंबर 2021 में भारत श्रीलंका और मालदीव के बीच 15वा त्रिपक्षीय सैन्य अभ्यास”दोस्ती”संपन्न हुआ है,इस द्विवार्षिक सैन्य अभ्यास का यह 15वा संस्करण था जिसकी शुरुआत 30वर्ष पहले हुआ था।