
सन्दर्भ-24 फरवरी 2022 को जारी की गई एक नई रिपोर्ट अनुसार 2021 में एशिया साइबर अपराधियों द्वारा सबसे अधिक हमला करने वाला क्षेत्र था,वैश्विक स्तर पर चार हमलों में से एक के लिए जिम्मेदार था,और भारत उन शीर्ष तीन देशों में शामिल था,जिन्होंने इस क्षेत्र में सबसे अधिक सर्वर एक्सेस और रैंसमवेयर हमलों का अनुभव किया।
प्रमुख तथ्य-:2021 में एशियाई संगठनों पर शीर्ष दो प्रकार के हमले थे सर्वर एक्सेस अटैक 20% और रैंसमवेयर 11%,इसके बाद डेटा चोरी 10% का नंबर आता है।
:जापान,ऑस्ट्रेलिया और भारत एशिया में सबसे अधिक हमले वाले देश थे।
:एशिया में सर्वर एक्सेस हमलों के उच्च प्रतिशत से पता चलता है कि एशियाई संगठन हमलों को जल्दी से पहचानने में माहिर हैं,इससे पहले कि वे अधिक प्रकार के हमले अन्य प्रकारों को हल कर पाएं।
:रिमोट एक्सेस ट्रोजन और एडवेयर 9% हमलों के साथ चौथे स्थान पर हैं।
:एशिया में,रेविल (REvil) ने 33 % रैंसमवेयर हमले किए,जबकि बिटलॉकर,नेफिलिम, मेडुसा लॉकर और राग्नार लॉकर भी महत्वपूर्ण खिलाड़ी थे।
:2021 में एशियाई संगठनों में शीर्ष संक्रमण वेक्टर,भेद्यता शोषण और फ़िशिंग टाईड थे ,इन दोनों क्षेत्रो 43% हमले हुए।
:नेटवर्क तक प्रारंभिक पहुंच प्राप्त करने के लिए कभी-कभी ब्रूटे फ़ोर्स 7% और चोरी की गई साख 7% का उपयोग भी किया जाता था।
:एशिया में,वित्त और बीमा संगठनों पर सबसे अधिक बार हमला किया गया,एक्स-फोर्स की 30% घटनाओं का हल किया गया,इसके बाद विनिर्माण 29% और फिर पेशेवर और व्यावसायिक सेवाओं 13% और परिवहन में 10%