सन्दर्भ-कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी- II (Prithvi-II) का 15 जून, 2022 को ओडिसा में चांदीपुर एकीकृत परीक्षण स्थल से सफल परीक्षण किया गया।
प्रमुख तथ्य-मिसाइल की कार्य प्रणाली पूरी तरह सटीक है और यह बहुत उच्च स्तर की चपलता के साथ लक्ष्य को भेदने में सक्षम साबित हुई।
:प्रशिक्षण-परीक्षण के दौरान मिसाईल ने स्वयं को अपने सभी संचालनगत और तकनीकी मानकों पर सिद्ध साबित किया।
:पृथ्वी-2 मिसाइल प्रणाली को बेहद कामयाब माना जाता है और बहुत उच्च स्तर की सटीकता के साथ निर्धारित लक्ष्य को भेदने में सक्षम है।
:DRDO द्वारा विकसित यह मिसाइल पहले से ही स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड का हिस्सा है।
:सतह से सतह पर मार करने वाली यह मिसाइल एक सिद्ध प्रणाली है और बहुत उच्च है।
:पृथ्वी-2, एक स्वदेश में विकसित परमाणु-सक्षम मिसाइल है, जिसकी मारक क्षमता 350 किमी है।
:यह अपने साथ आयुध ले जाने में भी सक्षम है और जुड़वां इंजन द्वारा संचालित है।
:हाल ही में भारत ने ओडिशा के ए पी जे अब्दुल कलाम द्वीप से बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-4 का सफल परीक्षण किया था।