सन्दर्भ:
: शिक्षा मंत्रालय ने छोटे बच्चों के लिए भारतीय कविताओं और छंदों को पुनर्स्थापित करने और बढ़ावा देने के लिए “बालपन की कविता पहल” (Baalpan Ki Kavita Initiative) शुरू की है।
बालपन की कविता पहल के बारे में:
: छोटे बच्चों के लिए सांस्कृतिक रूप से प्रासंगिक विषयों पर ध्यान केंद्रित करते हुए सभी भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी में नर्सरी कविताओं और कविताओं को संकलित करने की एक राष्ट्रीय पहल।
: शिक्षा मंत्रालय के तहत स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग (DoSE&L) द्वारा शुरू किया गया।
: इसका उद्देश्य- बच्चों को उनकी मातृभाषा में कविता के माध्यम से उनकी सांस्कृतिक जड़ों से परिचित कराकर उनके लिए एक आनंदमय और भरोसेमंद सीखने का माहौल बनाना।
: इसकी विशेषताएँ:-
- भारतीय भाषाओं और लोकगीतों से कविताओं और छंदों का एक संग्रह तैयार करना।
- प्री-प्राइमरी (3-6 वर्ष), ग्रेड 1 (6-7 वर्ष), ग्रेड 2 (7-8 वर्ष) के लिए प्रविष्टियाँ आमंत्रित की जाती हैं।
- मौजूदा लोकगीत छंदों और नई रचित कविताओं दोनों को शामिल करना।
: इस योजना का महत्व:-
- बुनियादी शिक्षा के स्तर पर बहुभाषी शिक्षा और सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा देता है।
- क्षेत्रीय साहित्य और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करता है।
- शिक्षा को भारतीय लोकाचार से जोड़ते हुए आनंदपूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने में मदद करता है।
- NEP 2020 के लक्ष्यों के अनुरूप मातृभाषा आधारित शिक्षा को मजबूत करता है।