सन्दर्भ:
: लोकप्रिय डोगरा व्यंजन बसोहली पश्मीना और उधमपुर की कलारी व्यंजन को प्रतिष्ठित भौगोलिक संकेत (GI) टैग से सम्मानित किया गया है।
बसोहली पश्मीना के बारें में:
: इसकी उत्पति जम्मू और कश्मीर के कठुआ जिला में।
: पारंपरिक शिल्प, 100 वर्ष से अधिक पुराना, हाथ से काता गया उत्पाद।
: अत्यधिक मुलायम, सुंदरता और हल्के स्वभाव के लिए जाना जाता है।
: यह जम्मू-कश्मीर में शिल्प कौशल की समृद्ध परंपरा को दर्शाता है।
कलारी व्यंजन के बारें में:
: इसकी उत्पति जम्मू और कश्मीर के उधमपुर जिला में।
: कलारी जातीय डोगराओं का एक प्रिय स्ट्रीट फूड है।
: यह व्यंजन दूध का उपयोग करके तैयार किया जाता है और परिणामस्वरूप गाढ़ा पनीर बनता है।
: इसे अपनी ही चर्बी में पकाया जाता है, नमक डाला जाता है और बन के टुकड़ों के साथ गर्मागर्म परोसा जाता है।
GI टैग के बारे में:
: GI मुख्य रूप से एक निश्चित भौगोलिक क्षेत्र से उत्पन्न होने वाला कृषि, प्राकृतिक या निर्मित उत्पाद (हस्तशिल्प और औद्योगिक सामान) है।
: आमतौर पर, ऐसा नाम गुणवत्ता और विशिष्टता का आश्वासन देता है, जो अनिवार्य रूप से इसके मूल स्थान के कारण होता है।