सन्दर्भ- प्रधानमंत्री ने “तिरुवल्लुवर दिवस” के अवसर पर “महान तिरुवल्लुवर” को श्रद्धांजलि दी
प्रमुख तथ्य-प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके आदर्श अर्थपूर्ण और व्यावहारिक है।
:तिरुवल्लुवर दिवस हर वर्ष महँ तमिल कवि और दार्शनिक के सम्मान में तमिलनाडु में पोंगल समारोह के हिस्से के रूप में मनाया जाता है।
:तिरुवल्लुवर एक महान तमिल कवि और दार्शनिक थे जिन्होंने तमिल साहित्य में नीति पर आधारित तिरुकुरल की रचना की थी।
:इनका काल भाषाई तथ्यों के आधार पर 200 ईसा पू से 30 ईसा पू माना जाता है।
:तिरुकुरल को तमिल की सबसे पूजनीय प्राचीन रचना है,इसे दुनिया का आत्म विश्वास माना जाता है।
:अनुमानतः गीता,बाइबिल,और कुरान के बाद कुरल का सबसे अधिक भाषाओँ में अनुवाद किया गया है।
:इनके सम्मान में 133 फुट की मूर्ति कन्याकुमारी में बनायीं गयी है 133 फुट कुरल के 133 अध्यायों का प्रतिनिधित्व करते है।