सन्दर्भ:
: हाल ही में, बेंगलुरू स्थित नैनो एवं मृदु पदार्थ विज्ञान केंद्र (CeNS) के शोधकर्ताओं ने CsPbX₃ पेरोव्स्काइट नैनोक्रिस्टल (Perovskite Nanocrystal) में आयन प्रवास को न्यूनतम करने के लिए एक नवीन विधि विकसित की है।
पेरोव्स्काइट नैनोक्रिस्टल के बारें में:
: यह एक ऐसी सामग्री है जिसकी क्रिस्टल संरचना खनिज कैल्शियम टाइटेनियम ऑक्साइड (CaTiO3) के समान है।
: आम तौर पर, पेरोव्स्काइट यौगिकों का रासायनिक सूत्र ABX3 होता है, जहाँ ‘A’ और ‘B’ धनायनों का प्रतिनिधित्व करते हैं, और X एक ऋणायन है जो दोनों से बंधता है।
: पेरोव्स्काइट संरचना बनाने के लिए बड़ी संख्या में विभिन्न तत्वों को एक साथ जोड़ा जा सकता है।
: इसकी संरचनागत लचीलेपन के कारण, वैज्ञानिक इन्सुलेटिंग, अर्धचालक, धातु और अतिचालक विशेषताओं से लेकर कई प्रकार की भौतिक, ऑप्टिकल और विद्युत विशेषताओं वाले पेरोव्स्काइट क्रिस्टल डिज़ाइन कर सकते हैं।
: पेरोव्स्काइट नैनोक्रिस्टल के अनुप्रयोग-
- इनका उपयोग ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक्स के विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है, जिसमें फोटोवोल्टिक सौर सेल, फोटो डिटेक्टर, प्रकाश उत्सर्जक उपकरण शामिल हैं।
- पेरोवस्काइट एलईडी, जो OLED और QLED के लाभों को जोड़ती है, को लंबे समय से अगली पीढ़ी के प्रकाश व्यवस्था के लिए एक आशाजनक तकनीक माना जाता है।