सन्दर्भ:
: 10 जनवरी, 2023 को, भारत ने ओडिशा के तट से एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR), चांदीपुर से परमाणु-सक्षम सामरिक बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी- 2 का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
पृथ्वी- 2 बैलिस्टिक मिसाइल से जुड़े प्रमुख तथ्य:
: यह परीक्षण मिसाइल की रात के समय की क्षमताओं का परीक्षण करने के लिए किया गया था।
: पृथ्वी- 2, एक छोटी दूरी की, सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल, एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP) के तहत रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित की गई पहली मिसाइल है।
: यह भारत की पृथ्वी मिसाइल श्रृंखला का एक हिस्सा है, जिसमें पृथ्वी-I, पृथ्वी-II, पृथ्वी-III और धनुष शामिल हैं।
: यह प्रकाश प्रणोदन जुड़वां इंजन द्वारा संचालित है।
: इसकी रेंज लगभग 350 किमी है और यह 500-1,000 किलोग्राम आयुध ले जा सकता है।
: यह निर्धारित लक्ष्य पर प्रहार करने के लिए एक उन्नत जड़त्वीय नेविगेशन प्रणाली का उपयोग करता है।
: यह मुख्य रूप से भारतीय सेना द्वारा उपयोग किया जाएगा।