
सन्दर्भ-पांचवें बिम्सटेक (BIMSTEC-बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक को-ऑपरेशन) शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सम्मिलित हुये।
सम्मेलन का विषय/थीम- “टूवर्ड्स ए रेजीलियंट रीजन,प्रॉस्पेरस इकोनॉमीज़,हेल्दी पीपुल”।
प्रमुख तथ्य-इसकी मेजबानी श्रीलंका द्वारा वर्चुअल माध्यम में की जा रही,जो इस समय बिम्सटेक का अध्यक्ष है।
:इस शिखर सम्मलेन के पहले वरिष्ठ अधिकारीयों और विदेश मंत्रियों की हाइब्रिड पद्धति में एक तैयारी बैठक एक आयोजन 28 और 29 मार्च 2022 को किया गया।
:बिम्सटेक के प्रयासों से सहयोगी गतिविधियों को विकसित करना भी इसके विषय में शामिल है,ताकि सदस्य देशों के आर्थिक तथा विकास पर कोविड-19 महामारी के दुष्प्रभावों से निपटा जा सके।
:शिखर वार्ता का प्रमुख कदम बिम्सटेक चार्टर पर हस्ताक्षर और मंजूरी देना जिसके तहत उन सदस्य देशों को संगठन को आकार देना है जो बंगाल की खाड़ी के किनारें बसें है तथा उस पर निर्भर है।
:सम्मलेन में बिम्सटेक कनेक्टीविटी एजेंडा को पूरा करने की उल्लेखनीय प्रगति का जायजा भी लिया गया।
:सभी राष्ट्राध्यक्षों ने ‘यातायात संपर्कता के लिये मास्टरप्लान’ पर विचार किया,जिसके तहत भविष्य में इस इलाके में संपर्कता सम्बंधी गतिविधियों का खाका तैयार करने के दिशा-निर्देश शामिल हैं।
:भारत की ओर से प्रधानमंत्री ने बिम्सटेक की क्षेत्रीय संपर्कता,सहयोग और सुरक्षा को बढ़ाये जाने के महत्त्व को रेखांकित किया,और आह्वान किया आह्वान किया कि वे बंगाल की खाड़ी को बिम्सटेक सदस्य देशों के बीच संपर्कता,समृद्धि और सुरक्षा सेतु में बदलने का प्रयास करें।
:प्रधानमंत्री श्री मोदी तथा अन्य राष्ट्राध्यक्षों के समक्ष तीन बिम्सटेक समझौतों पर हस्ताक्षर किये गए।
1-आपराधिक मामलों में पारस्परिक कानूनी सहायता।
2-बिम्सटेक प्रौद्योगिकी हस्तांतरण सुविधा की प्रतिस्थापना के लिये प्रबंध-पत्र।
3-राजनयिक प्रशिक्षण के क्षेत्र में आपसी सहयोग।