सन्दर्भ:
: भारत के केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने अपनी यूएई यात्रा के दौरान IIT दिल्ली-अबू धाबी परिसर में भारत के पहला विदेशी अटल नवाचार केंद्र का उद्घाटन किया।
पहला विदेशी अटल नवाचार केंद्र के बारे में:
: अटल नवाचार मिशन (AIM) के तहत भारत के बाहर स्थापित एक प्रमुख नवाचार केंद्र।
: सितंबर 2025 में, IIT दिल्ली–अबू धाबी परिसर में लॉन्च।
: इसका उद्देश्य:-
- छात्रों और युवा पेशेवरों के बीच नवाचार, अनुसंधान और उद्यमिता को बढ़ावा देना।
- शिक्षा, स्थिरता और प्रौद्योगिकी-संचालित समाधानों में भारत-यूएई सहयोग को मज़बूत करना।
: इसके कार्य:-
- स्टार्ट-अप को प्रोत्साहित करना और नवप्रवर्तकों का मार्गदर्शन करना।
- अत्याधुनिक अनुसंधान के लिए बुनियादी ढाँचा और प्रयोगशालाएँ प्रदान करना।
- संयुक्त छात्र आदान-प्रदान, शिक्षक प्रशिक्षण और कौशल निर्माण कार्यक्रमों को प्रोत्साहित करना।
- वैश्विक ज्ञान-साझाकरण और नवाचार नेटवर्क के लिए एक सेतु के रूप में कार्य करना।
अटल नवाचार मिशन (AIM) के बारे में:
: नवाचार और उद्यमशीलता की संस्कृति बनाने के लिए भारत सरकार की एक प्रमुख पहल।
: नीति आयोग द्वारा कार्यान्वित।
: इसका उद्देश्य- स्कूलों, विश्वविद्यालयों और उद्योगों में नवाचार-संचालित पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करना।
: मुख्य विशेषताएं:-
1- अटल टिंकरिंग लैब्स (ATL):
- रोबोटिक्स, IoT, 3D प्रिंटिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स सीखने के लिए छात्रों (कक्षा 6-12) के लिए स्कूलों में प्रयोगशालाएँ स्थापित की गईं।
- पूरे भारत में 10,000 से अधिक प्रयोगशालाएँ स्थापित की गईं।
2- अटल इन्क्यूबेशन सेंटर (AIC):
- विश्वविद्यालयों और कॉर्पोरेट्स में बिज़नेस इन्क्यूबेटर।
- स्टार्ट-अप्स को मार्गदर्शन, वित्तपोषण, नेटवर्किंग और बुनियादी ढाँचे के साथ सहायता प्रदान करना।
- 72 AIC कार्यरत हैं, जो 3500 से अधिक स्टार्ट-अप्स को सहायता प्रदान कर रहे हैं और 32,000 से अधिक नौकरियाँ पैदा कर रहे हैं।
3- उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र:
- हेल्थटेक, फिनटेक, एग्रीटेक, एडटेक, खाद्य प्रसंस्करण, ड्रोन और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, एआर/वीआर जैसे विविध क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- 1000 से अधिक महिलाओं द्वारा संचालित स्टार्ट-अप्स को समर्थन दिया जाएगा।