सन्दर्भ:
: कर्नाटक राज्य पुरातत्व संग्रहालय एवं विरासत विभाग की एक टीम ने हम्पी विश्व विरासत क्षेत्र में पम्पा झील (Pampa Lake) के पास लगभग 2,500 वर्ष पुराने शैलाश्रय चित्रों की खोज की है।
पंपा झील के बारे में:
: पंबा झील/पम्पा सरोवर/पम्पा झील कर्नाटक में हम्पी के पास कोप्पल जिले में स्थित है।
: यह तुंगभद्रा नदी के दक्षिण में स्थित है।
: यह हिंदू पौराणिक कथाओं में पंच-सरोवर के नाम से जानी जाने वाली पाँच पवित्र झीलों में से एक है, जो हैं, मान सरोवर, बिंदु सरोवर, नारायण सरोवर,पम्पा सरोवर और पुष्कर सरोवर।
: हिंदू पौराणिक कथाओं में, पंपा सरोवर को वह स्थान माना जाता है जहाँ शिव की पत्नी पार्वती के एक रूप पंपा ने शिव के प्रति अपनी भक्ति दिखाने के लिए तपस्या की थी।
: यह उन सरोवरों में से एक है जिसका उल्लेख हिंदू महाकाव्य रामायण में मिलता है, जहाँ भगवान राम की भक्त शबरी ने राम के आगमन की प्रतीक्षा की थी।
: यह झील पहाड़ियों और मंदिरों से घिरी हुई है और कमल से भरी हुई है।
तुंगभद्रा नदी के बारें में:
: यह दक्षिण भारतीय प्रायद्वीप की एक प्रमुख नदी है।
: यह कृष्णा नदी की एक प्रमुख सहायक नदी है।
: यह दो नदियों, तुंगा और भद्रा के मिलन से बनती है, इसलिए इसका नाम तुंगा और भद्रा पड़ा।
: तुंगा और भद्रा दोनों नदियाँ पश्चिमी घाट की पूर्वी ढलानों से निकलती हैं।
: दोनों नदियाँ कर्नाटक के शिमोगा जिले के कूडली में मिलती हैं, जिससे तुंगभद्रा नदी का जन्म होता है।
: कृष्णा नदी अंततः बंगाल की खाड़ी में समा जाती है।
: नदी की कुल लंबाई 531 किमी और जलग्रहण क्षेत्र 28,000 वर्ग किमी है।