सन्दर्भ-डॉ.सुमन बेरी को राजीव कुमार की जगह एक मई 2022 से नीति आयोग का उपाध्यक्ष(Vice Chairman)नियुक्त करने को मंजूरी दे दी गई है।
प्रमुख तथ्य-2017 से राजीव कुमार नीति आयोग के उपाध्यक्ष थे।
:2014 में सरकार के थिंक-टैंक के गठन के बाद से इस पद से लगातार दूसरा इस्तीफा दिया गया।
:बेरी ने कहा था कि दुनिया भर में लगाए जा रहे लॉकडाउन का गहरा आर्थिक प्रभाव पड़ेगा,और उन्होंने “सुसंगत नीति प्रतिक्रिया” (Coherent Policy Response) का आह्वान किया।
:2010 में वापस,जब बेरी मनमोहन सिंह की प्रधान मंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य थे,उन्होंने बढ़ती मुद्रास्फीति पर लगाम लगाने के लिए अपनी मौद्रिक नीति को कड़ा करने के लिए आरबीआई के लिए लड़ाई लड़ी थी।
डॉ.सुमन बेरी के बारे में:
:सुमन बेरी जाने-माने अर्थशास्त्री हैं,वर्ष 2012 से 2016 के मध्य तक,द हेग, नीदरलैंड स्थित शेल इंटरनैशनल के मुख्य अर्थशास्त्री थे।
:सुमन बेरी ने प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद,भारत के सांख्यिकी आयोग और मौद्रिक नीति पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तकनीकी सलाहकार समिति के सदस्य के तौर पर भी काम किया है।
:ये वर्ष 2001 से 2011 तक नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (NCAER) के डायरेक्टर जनरल रह चुके हैं।
:NCAER से पहले, बेरी वाशिंगटन डीसी में विश्व बैंक के साथ थे और उनके क्षेत्रों में लैटिन अमेरिका पर ध्यान देने के साथ मैक्रोइकॉनॉमी,वित्तीय बाजार और सार्वजनिक ऋण प्रबंधन शामिल थे।
:उन्होंने मैग्डलेन कॉलेज,ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में दर्शनशास्त्र,राजनीति और अर्थशास्त्र में स्नातक की पढ़ाई की और प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के वुडरो विल्सन स्कूल ऑफ पब्लिक एंड इंटरनेशनल अफेयर्स से पब्लिक अफेयर्स (MPA) में मास्टर डिग्री हासिल की।