सन्दर्भ:
: नागरिक विमानन पर दूसरा एशिया प्रशांत मंत्रिस्तरीय सम्मेलन दिल्ली घोषणापत्र (Delhi Declaration) को अपनाने के साथ संपन्न हुआ, जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ाना और विमानन क्षेत्र में उभरती चुनौतियों का समाधान करना है।
दिल्ली घोषणापत्र के बारें में:
: अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO) के सहयोग से भारत के नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन में 29 देशों, मंत्रियों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने भाग लिया।
: सम्मेलन में एशिया प्रशांत क्षेत्र में विमानन के भविष्य को आकार देने पर केंद्रित आकर्षक चर्चाएँ और प्रस्तुतियाँ हुईं।
: प्रधानमंत्री ने भारत के “विमानन समावेशी” राष्ट्र में परिवर्तन पर जोर दिया, उन्होंने कहा कि भारत के 15% पायलट महिलाएँ हैं, जबकि वैश्विक औसत 5% है।
: मुख्य आकर्षण में प्रशांत क्षेत्र के छोटे द्वीप विकासशील राज्यों का समर्थन करने पर ICAO की प्रस्तुति और अंतर्राष्ट्रीय विमानन मानकों को आकार देने के ICAO के 80 वर्षों का स्मरणोत्सव शामिल था।
: प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि हम एशिया भर में भगवान बुद्ध से संबंधित सभी पवित्र स्थानों को जोड़ सकें और एक ‘अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध सर्किट’ बना सकें, तो इससे नागरिक विमानन क्षेत्र, यात्रियों, संबंधित देशों और उनकी अर्थव्यवस्थाओं को भी लाभ होगा।