सन्दर्भ:
: भारतीय नौसेना नौकायन पोत (INSV) तारिणी ने 18 फरवरी 25 को पोर्ट स्टेनली में प्रवेश किया और इस प्रकार नाविका सागर परिक्रमा II का तीसरा और सबसे चुनौतीपूर्ण चरण पूरा हो गया।
नविका सागर परिक्रमा II के बारें में:
: यह लैंगिक सशक्तिकरण और समुद्री उत्कृष्टता के प्रति भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।
: इसमें दो महिला अधिकारी-लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए शामिल हैं।
: इसका उद्देश्य- समुद्री नौकायन, आत्मनिर्भरता और भारत की समृद्ध समुद्री विरासत को बढ़ावा देना है।
: इस ऐतिहासिक अभियान को 2 अक्टूबर, 2024 को नौसेना प्रमुख ने गोवा से हरी झंडी दिखाई थी।
: 21,600 समुद्री मील (लगभग 40,000 किमी) से अधिक की दूरी तय करने वाली नाविका सागर परिक्रमा II पाँच चरणों में पूरी होगी, जिसमें आवश्यकतानुसार पुनःपूर्ति और रखरखाव के लिए चार बंदरगाहों पर रुकना होगा।
: यात्रा की व्यापक रूपरेखा इस प्रकार होगी: –
- गोवा से फ्रेमेंटल, ऑस्ट्रेलिया।
- फ्रेमेंटल से लिटलटन, न्यूजीलैंड।
- लिटलटन से पोर्ट स्टेनली, फ़ॉकलैंड।
- पोर्ट स्टेनली से केप टाउन, दक्षिण अफ्रीका।
- केप टाउन से गोवा।
INSV तारिणी के बारे में:
: यह मेसर्स एक्वेरियस शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा निर्मित 56-फुट नौकायन पोत है।
: यह पोत 66,000 समुद्री मील (1,22,223 किमी) से अधिक की दूरी तय कर चुका है और 2017 में नाविका सागर परिक्रमा के पहले संस्करण में भाग ले चुका है।
: यह नाव उन्नत नेविगेशन, सुरक्षा और संचार उपकरणों से सुसज्जित है।
