
सन्दर्भ-दिल्ली कैबिनेट ने 20 दिसंबर 2021 को दिल्ली शिक्षक विश्व विद्यालय की स्वीकृति दी।
कैसा होगा यह विश्व विद्यालय
यह एक सार्वजनिक विश्व विद्यालय होगा जिससे उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षकों को तैयार किया जायेगा। प्रैक्टिकल अनुभव प्राप्त करने लिए विश्वविद्यालय के छात्रों को पाठ्यक्रम की पूरी अवधि के दिल्ली के सभी स्कूलों से भी जोड़ा जायेगा।इसके माध्यम से छात्रों को सैद्धांतिक ज्ञान के अलावा व्यावहारिक ज्ञान भी दिया जायेगा।
प्रमुख तथ्य-:इस विश्व विद्यालय के द्वारा कक्षा 12 के बाद चार वर्ष का इंटीग्रेटेड (एकीकृत) शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम तैयार किया जायेगा।
:इस कार्क्रम के तहत BA B.Ed और BSc B.Ed तथा BCom और B.Ed जैसे कोर्स ऑफर किया जायेगा।
:दिल्ली सरकार विधान सभा के अगले सत्र में शिक्षक शिक्षा विधेयक 2021 पेश करेगी।
:विश्व विद्यालय में शैक्षणिक सत्र की शुरुआत 2022-2023 से की जाएगी।
इस विश्व विद्यालय का महत्त्व क्या है
:इसके माध्यम से शिक्षा अध्ययन,नेतृत्व और नीति के क्षेत्रों में सेवा पूर्व के साथ ही सेवारत शिक्षकों को तैयार करने में सहायता मिलेगी।
:यह दिल्ली की गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की गतिशीलता और वास्तविकता से जुड़ा रहेगा।
:इसकी स्थापन दिल्ली के बक्करवाला में किया जायेगा।
क्या है एकीकृत शिक्षा कार्यक्रम
:इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार शिक्षा मंत्रालय द्वारा अधिसूचित किया गया था। यह पाठ्यक्रम उन छात्रों को ऑफर किया जायेगा जो बारहवीं (12th) के बाद शिक्षक बनना चाहते है।
:यह पाठ्यक्रम शुरू में भारत में चुने गए 50 बहु विषयक संस्थानों में पायलट मोड में पेश किया जायेगा।
:इस पाठ्यक्रम में प्रवेश नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (NCET)के माध्यम से दिया जायेगा।