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DANDI MARCH 1930
दांडी मार्च/नमक सत्याग्रह

सन्दर्भ-12 मार्च को “दांडी मार्च/नमक सत्याग्रह” ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को नए आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी अपना 92 वर्ष पुरे की है।
प्रमुख तथ्य-12 मार्च 1930 को दांडी मार्च की शुरुआत हुई थी।
:1920 के दशक के आरम्भ मे असहयोग आंदोलन के बाद दांडी मार्च ब्रिटिश शासन के खिलाफ सबसे महत्वपूर्ण संगठित आदोलन था।
क्यों आरम्भ हुआ दांडी मार्च-1882 के नमक अधिनियम ने अंग्रेजो को नमक के निर्माण और बिक्री में एकाधिकार दिया था।
:हालांकि भारत के तटों पर नमक स्वतंत्र रूप से उपलब्ध था लेकिन भारतीयों को इसे ब्रिटिशों से खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ता था।
:12 मार्च को 1930 को नमक कानून के विरोध में गाँधी जी ने साबरमती स्थित अपने आश्रम से समुद्र की और चलना आरम्भ किए जिसमे 80 लोगो ने शुरू में भाग लिए परन्तु यह संख्या 50 हजार हो गई।
:इस विरोध में गाँधी जी के साथ लोगो ने लगभग 390 किमी की पैदल यात्रा की जो 6 अप्रैल 1930 को दांडी पहुंचकर पूरी हुई।
:यह पहली राष्ट्रवादी गतिविधि थी जिसमे महिलाओं ने भी भरपूर साथ दिया था।


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By gkvidya

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