सन्दर्भ:
: नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने ड्रोन और ड्रोन घटकों के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव योजना अर्थात ड्रोन पीएलआई योजना के लिए परिचालन दिशानिर्देशों को अधिसूचित किया है।
ड्रोन पीएलआई योजना से जुड़े प्रमुख तथ्य:
: सरकार ने 120 करोड़ रुपये के परिव्यय को मंजूरी दी है और यह योजना 2022-23 से 2024-25 की अवधि के दौरान लागू की जानी है।
: उद्योग के प्रतिनिधियों सहित हितधारकों के साथ विचार-विमर्श के बाद दिशानिर्देशों को अंतिम रूप दिया गया है।
: ड्रोन पीएलआई योजना का उद्देश्य 2030 तक एक स्वदेशी पारिस्थितिकी तंत्र की स्थापना करके भारत को एक ड्रोन हब बनाना है जो पारदर्शी रूप से विनियमित हो और जिसमें विनिर्माण और आईटी से जुड़ी सेवा क्षमताएं हों।
: ड्रोन पीएलआई योजना केवल भारत में ड्रोन और ड्रोन घटकों के निर्माण में लगी कंपनियों के लिए विस्तारित की जाएगी।
: प्रति निर्माता कुल पीएलआई की सीमा 30 करोड़ रुपये है जो कुल वित्तीय परिव्यय 120 करोड़ रुपये का 25% है।
: भारतीय एमएसएमई और स्टार्ट-अप विनिर्माण ड्रोन और 2 करोड़ रुपये का वार्षिक बिक्री कारोबार करने वाले इस योजना के लिए पात्र होंगे।
: ड्रोन घटक निर्माताओं के मामले में पात्रता सीमा 0.5 करोड़ रुपये होगी।
: मंत्रालय के अनुसार, भारतीय गैर-एमएसएमई जो ड्रोन बना रहे हैं, के लिए पीएलआई का दावा करने के लिए वार्षिक बिक्री कारोबार की आवश्यकता 4 करोड़ रुपये की होगी।
: गैर-एमएसएमई ड्रोन घटक निर्माताओं के मामले में न्यूनतम स्तर 1 करोड़ रुपये होगा।
इसके प्रक्रिया को कौन देखेगा:
: मंत्रालय द्वारा नियुक्त परियोजना प्रबंधन एजेंसी (पीएमए) आवेदनों का मूल्यांकन करेगी।
: नागरिक उड्डयन सचिव की अध्यक्षता वाली एक समिति पीएमए द्वारा अनुशंसित आवेदनों पर विचार करेगी।
: कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में सचिवों का एक अधिकार प्राप्त समूह योजना की निगरानी करेगा और यह सुनिश्चित करने के लिए उचित कार्रवाई करेगा कि व्यय केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित निर्धारित परिव्यय के भीतर है।
ड्रोन उद्योग को बढ़ावा देने हेतु सरकार के पहल:
: उदारीकृत ड्रोन नियम, 2021 को ड्रोन के लिए एक विकास-उन्मुख नियामक ढांचा बनाने और भारत को आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत अनुसंधान और विकास, परीक्षण, निर्माण और ड्रोन के संचालन के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए जारी किया गया था।
: जनवरी 2022 में, नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) ने प्रमाणन की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और तेज करने के लिए ड्रोन प्रमाणन योजना को अधिसूचित किया – 2021 ड्रोन नियमों का एक उद्देश्य।
: सरकार ने भारत के लिए ड्रोन हवाई क्षेत्र का नक्शा और राष्ट्रीय मानवरहित विमान प्रणाली यातायात प्रबंधन (UTM) नीतिगत ढांचा जारी किया।