Thu. Jul 3rd, 2025
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1-कोरोनावायरस पर किट प्रजाति का नामकरण
प्रमुख तथ्य-1:इंडोनेशिया के द्वीप सुलावेसी के संग्रहालय के वैज्ञानिकों ने हाल ही में भृंगो की 28 नई प्रजातियों की खोज की है जिनमें से एक का नाम कोरोनावायरस से प्रेरित होकर ट्रिगोनोप्टेरस कोरोना (Trigonopterus corona) रखा गया है।
2:ज़ूकीज़ नामक पत्रिका में 2-3 मिलीमीटर माप की इन सभी प्रजातियों के बारे में बताया गया है।
3:यह पहला कीट नहीं है जिसका नामंकरण हुआ है इसके पहले भी कीटों के नाम महामारी के नाम पर रखे गए हैं अप्रैल में एक कीट पतंगा केडिसफ्लाई(Caddisfly) की एक नई प्रजाति का नाम भी पोटामोफाइलेक्स( potamo phylax) कोरोनावायरस रखा गया है जिसे कोसोवो(यूरोपीय देश राजधानी- प्रिस्टीना) में खोजा गया था।
4:इसके अलावा एक ब्राज़ीलियाई ततैया का नाम भी क्वॉरेंटाइन के नाम पर एलोरहागास क्वारेंटेनस (Allorhagas Quarentenus) रखा गया था,जबकि इससे पहले मेक्सिको में खोजी गई पांच नहीं ततैया प्रजातियां में से एक का नाम वैज्ञानिकों ने स्टेथैन्टिक्स कोविडा (Stethantyx Covida) रख दिया।

2-निपुण भारत मिशन के लिए किया गया राष्ट्रीय संचालन समिति का गठन

प्रमुख तथ्य-1:चर्चा में क्यों है:25 अक्टूबर को निपुण भारत मिशन को लागू करने के लिए शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय संचालन समिति का गठन किया गया है जो कक्षा 3 तक की स्कूली छात्रों को मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान को सुसज्जित करने में अमल करेगी जिसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में परिकल्पित किए गया है, इसकी उपाध्यक्ष होंगी शिक्षा राज्य मंत्रीअन्नपूर्णा देवी।

2:यह समिति नीतिगत मुद्दों पर मार्गदर्शन भी प्रदान करेगी  तथा 2026-27 मैं वांछित लक्ष्य को प्राप्त करने मैं सहायता भी करेगी, साथ ही यह समिति राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेश के साथ राज्यों की कार्ययोजना के अनुसार एक राष्ट्रीय कार्य योजना तैयार करेगी,जिसमें रिक्तियों,शिक्षकों,प्रशिक्षण,पाठ्यक्रम,धन की कमी जैसे मुद्दों पर ध्यान देगी।

3:क्या है निपुण भारत मिशन- इसे जुलाई 2021 राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की एक भाग के रूप में 3 से 9 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों की सीखने की आवश्यकता को पूरा करने हेतु स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा लांच किया गया था, इस नीति ने 34 वर्षीय पुरानी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 को प्रतिस्थापित किया है

4:NIPUN-National Initiative for proficiency in reading witrh Undersatanding and Numerecy

3-18वे आसियान भारत शिखर सम्मेलन

प्रमुख तथ्य-1:यह सम्मेलन प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता हैऔर भारत को मजबूत करने की व्यवस्था करता है भारतीय प्रधानमंत्री ब्रुनेई के सुल्तान के निमंत्रण पर 28 अक्टूबर को आयोजित होने वाले 18वे आसियान भारत शिखर सम्मेलन में वर्चुअल रूप में भाग लेंगे।

2:इस दौरान भारत -आसियान रणनीतिक साझेदारी की स्थिति की समीक्षा की जाएगी साथ ही कोविड-19और स्वास्थ्य व्यापार और संस्कृति सहित प्रमुख क्षेत्र में प्रगति का जायजा लिया जाएगा एवं इस सम्मेलन में महामारी के बाद आर्थिक सुधार सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय विकास पर भी चर्चा की जाएगी।

3:प्रधानमंत्री मोदी इस सम्मेलन में नवी बार शामिल होंगे, इसके अलावा प्रधानमंत्री 27 अक्टूबर को 2005 में स्थापित 16वे पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन मैं भी शामिल होंगे यह सम्मेलन इंडो पेसिफिक के प्रमुख नेताओं के नेतृत्व वाला मंच है।

4:आसियान सदस्य के अलावा इस सम्मेलन में भारत चीन जापान कोरिया ऑस्ट्रेलिया न्यूजीलैंड अमेरिका और रूस भी शामिल है इस सम्मेलन के दौरान आतंकवाद,समुद्री सुरक्षा,कोविड-19 सहयोग सहित क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय हित और चिंता के मामलों पर की जाएगी।इन नेताओं से यह भी उम्मीद की जा रही है कि वे मानसिक स्वास्थ्य, पर्यटन के द्वारा आर्थिक सुधार और ग्रीन रिकवरी पर घोषणाओं को स्वीकार करेंगे।

5;इस पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन की शुरुआत 2005 में मलेशिया के कुआलालंपुर से हुई थी उस समय इसमें 16 देश शामिल थे जिनमें भारत संस्थापक सदस्य है, 2011 में अमेरिका और रूस इसमें शामिल हुए।

4-भारत में वापसी होगी भगवान बुद्ध के अवशेषों की
प्रमुख तथ्य-1:हॉल ही में कुशीनगर अन्तराष्ट्री हवाई अड्डे के उद्घाटन के अवसर पर श्रीलंका से आये प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री को श्रीलंका में दस्तावेजीकृत एकमात्र बुद्ध के अवशेष पिपरहवा अवशेष को सौंपा।
2:भारत को यह अवशेष पुनः 141 वर्षों के बाद प्राप्त हुई है वही श्रीलंका को यह श्रीलंका में स्थित वास्कादुआ विहार को भारत श्रीलंका मैत्री सम्बन्ध के प्रतिक के रूप में यह 1898 में मिला था।
3:1898 में पिपरहवा से उतघाटित पिपहरवा अवशेष का सम्बद्ध बुद्ध से है जिसकी प्रमाणिकता की पुष्टि खनन से प्राप्त संदूक पर लिखे लेख से की गयी।
4:पिपरहवा कुशीनगर से 160 किमी की दुरी पर स्थित हैं जो स्थल बुद्ध से जुड़ा अंतिम वास स्थल है।
5:इस अवशेष से सम्बंधित कुछ भागो को थाईलैंड और बर्मा के राजा को भी भेजा गया था।
6:पिपरहवा स्तूप की खोज अवशेष के साथ ही 1898 में हुई थी।

5-आईवीऍफ़ (IFV) तकनीक से पहली बार भैंस ने दिया बछड़े को जन्म
प्रमुख तथ्य-1:सोमनाथ (गुजरात) जिले में इनविट्रो IVF तकनीक द्वारा बछड़े का जन्म बन्नी नाम के नश्ल से हुआ।
2:इस तकनीक का उपयोग आनुवंशिक रूप से बेहतर भैसों की संख्या (दूध उत्पादन बढ़ाने) को बढ़ाने के लिए किया गया है।
3: इस प्रयोग से 18 भैसों में से 6 भैसों ने गर्भाधारण किया जिनसे पहले से बच्चे का जन्म हो चूका है बाकी प्रक्रिया के अंतर्गत है।
4:इस प्रक्रिया में एक उत्कृष्ट गाय या भैंस की पहचान दाता (Donor) के रूप में की जाती है जिसके भ्रूण को कृत्रिम रूप से प्रयोगशाला में पोषित किया जाता है इसके बाद इसे चुनी हुए गाय या भैंस में स्थानांतरित किया जाता है।

5:भारतीय कृषि अनुशंधान परिषद् ने बन्नी भैस को एक विशिष्ट भैंस के रूप में 2010 मान्यता दी थी
6:यह भैंस पानी की कमी और कठोर जलवायुयिक परिस्थितियों को सहने में सक्षम है,साथ ही इसमें रात में भी चरने का एक विशिष्ट गुण भी है।
7:बन्नी भैस गुजरात में सामान्यरूप से कच्छ क्षेत्र में पायी जाती है।

6-इराक में खोजी गयी प्राचीन शराब फैक्ट्री  

प्रमुख तथ्य-1:पुरातत्वविदों को इराक में एक औद्योगिक पैमाने पर शराब कारखाने के अवशेष मिले हैं, यह 2700 साल पुरानी फैक्ट्री है तथा इराक में अपनी तरह की पहली खोज है

2:इस खोज में अंगूर को दबाकर रस निकालने के लिए उपयोग की जाने वाली सुविधाएं भी पाई गई

3:यह साइट असीरियन राजा सरगोन-द्वितीय (721-705 ईसा पूर्व) की प्राचीन राजधानी है

4:इस साइट में पत्थर की नक्काशी भी देखी गई है जो  5 मीटर चौड़ी 16 मीटर लंबी पत्थर की नक्काशी में देवताओं,राजाओं और पवित्र जानवरों को दिखाया गया है जिसमें असीरियन राजा को असीरियन देवताओं के सामने प्रार्थना करते हुए दिखाया गया है

5:ज्ञात हो कि इराक दुनिया के कुछ शुरुआती शहरों का जन्मस्थान था

7-सुप्रीम कोर्ट ने पेगासस जासूसी की स्वतंत्र जांच का आदेश दिया

प्रमुख तथ्य-1:हाल ही में इजरायल के एनएसओ समूह का स्पाइवेयर पेगासस काफी चर्चित रहा इसमें कई भारतीयों के नाम भी सामने आए।

2:पेगासस सॉफ्टवेयर के अनधिकृत उपयोग के आरोपों की जांच करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने विशेषज्ञ समिति की नियुक्त की है जिसके अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायाधीश आरवी रविंद्रन होंगे यह समिति मैं 3 सदस्य होंगे जो आरोपों की शीघ्रता से जांच एवं रिपोर्ट पेश करेंगे,कोर्ट ने इस मामले पर 8 हफ्ते बाद फिर सुनवाई करने की बात कही है।

3:कोर्ट ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा की चिंता की बात कर हर बार सरकार को मुफ्त पास नहीं दिया जा सकता क्योंकि सरकार द्वारा केवल राष्ट्रीय सुरक्षा तर्क को लागू करने से अदालत मूकदर्शक बनकर नहीं रह सकती है।

4:इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने गोपनीयता और प्रौद्योगिकी के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि यदि प्रौद्योगिकी का उपयोग जीवन को बेहतर बनाने हेतु किया जा सकता है तो वहीं इसका उपयोग गोपनीयता पर आक्रमण करने के लिए भी किया जा सकता है।हालांकि गोपनीयता के मुद्दे पर कुछ सीमाएं भी हैं लेकिन प्रतिबंधों को संवैधानिक रूप से पारित होना जरूरी है।

5:यह ज्ञात है कि पेगासस स्मार्टफोन में स्मार्टफोन में घुसपैठ करने और डिवाइस में सभी गतिविधियों की निगरानी करने के लिए डिजाइन किया गया है।

6:पेगासस क्या है यह एक स्पाइवेयर सॉफ्टवेयर है जिससे किसी की भी जासूसी की जा सकती है इस मालवेयर से आईफोन और एंड्रॉयड डिवाइस को हैक किया जा सकता है।

7:स्पाइवेयर के जरिए हैकर को स्मार्टफोन की माइक्रोफोन कैमरा मैसेज ईमेल पासवर्ड लोकेशन जैसे डेटा का एक्सेस मिल जाता है इसके लिए पेगासस कैस्परकाय की रिपोर्ट के अनुसार इंक्रिप्टेड ऑडियो स्ट्रीम सुनने और इंक्रिप्टेड मैसेज को पढ़ने की अनुमति अनुमति देता है जिससे हैकर के पास आपके फोन की सारे फीचर तक पहुंच हो जाती है तथा फोन के माइक को गुप्त रूप से एक्टिव कर देता है।


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By gkvidya

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