1-शामिल किया गया INS विशाखापत्तनम को भारतीय नौसेना में
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चर्चा क्यों है- नवल डाकयार्ड मुम्बई में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में 21 नवंबर 2021 को आत्मनिर्भर भारत के तहत 75% स्वदेशी उपकरणों से निर्मित INS विशाखापत्तनम को भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया गया।
प्रमुख तथ्य-:इसका डिज़ाइन तैयार किया था नौसेना डिज़ाइन निदेशालय ने तथा इसका निर्माण मझगांव डॉकयार्ड लिमिटेड ने किया हैं।
:यह नौसेना के प्रोजेक्ट P15 B का एक हिस्सा है।
:INS विशाखापत्तनम को भारत के सबसे शक्तिशाली युद्धपोतों में शामिल किया जाता है।
विशेषताएं-:इसकी लम्बाई 163 मीटर, चौड़ाई 17 मीटर और वजन 7400 टन है।
:इसमें चार गैस टरबाइन इंजन का प्रयोग किया गया है जिससे इसकी रफ़्तार 55.56 किमी/घंटा है।
:इस पर 16 ब्रह्मोस मिसाइल और सतह से सतह पर मार करने वाली 32 बराक 8 मिसाइल भी लगाया गया है।
:इसमें ट्विन ट्यूब टारपीडो लांचर और रॉकेट लॉन्चर भी लगाए गए है।
:इसका प्रयोग लड़ाकू विमान,एंटीशिप मिसाइल,ड्रोन,बैलेस्टिक मिसाइल,क्रूज़ मिसाइल इत्यादि को नष्ट करने में किया जाता है।
:P15 B पप्रोजेक्ट के अंतर्गत 3 और युध्दपोत अगले एक एक(2023- 2025 तक) साल में शामिल किये जायेंगे ये है INS मोरमुगाओ, INS इम्फाल,और INS सूरत।
:इस प्रकार अभी भारत के पास एक एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रमादित्य के साथ कुल 130 युद्धपोत है तथा 39 जंगी जहाज भी जो अलग अलग शिपयार्ड्स पर तैनात किये गए है।
2-विश्व मत्स्य दिवस मनाया गया
सन्दर्भ- 21 नवंबर 2021 को विश्व मत्स्य दिवस मनाया गया।
उद्देश्य-महासागरों के स्वस्थ्य परिश्थितिकी तंत्र के महत्त्व पर प्रकाश डालना तथा विश्व में मत्स्य पालन के भण्डार को सुनिश्चित करना।
प्रमुख तथ्य– :इसे विश्व भर के मछुवा समुदाय द्वारा मनाया जाता है।
:पहली बार विश्व मत्स्य दिवस 21 नवंबर 2015 को मनाया गया था अबतक यह 5वां सत्र है इस दिवस का।
:पहले दिवस के अवसर पर दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय मछुआरा संगठन का उद्घाटन भी किया गया था।
: भारत में ओडिसा के बालशोर,भुवनेश्वर में विश्व मत्स्य दिवस मनाया गया इस अवसर पर ओडिसा को पहली बार समुंद्री जिले से सम्मनित किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय मत्स्य पालन,पशुपालन तथा डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला मौजूद थे इनके अनुसार इस क्षेत्र में आपार सम्भावनाये है जिसके माध्यम से सरकार 2024-2025 तक इस क्षेत्र से एक लाख करोड़ के निर्यात के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए सारी जरुरी सहायता दी जाएगी।
:अन्य पुरस्कृत राज्य और क्षेत्र रहे -आँध्रप्रदेश को सर्वश्रेष्ठ राज्य के रूप में,तेलंगाना को सर्वश्रेष्ठ अंतर्देशीय राज्य के रूप में और मध्य प्रदेश के बालाघाट को सर्वश्रेष्ठ अंतर्देशीय जिला के रूप पुरस्कृत किया गया।
:सर्वश्रेष्ठ पहाड़ी और पूर्वोत्तर राज्य एवं जिले का पुरस्कार क्रमशः त्रिपुरा,बोंगाईगांव और असम दिया गया।
: अभी सरकार किसान क्रेडिट कार्ड माध्यम से भी मछुआरों को काफी मदद दी जा रही है इसके लिए विशेष अभियान 15 फ़रवरी 2022 तक जारी रहेगा।
: इसके लाभ के लिए मत्स्य किसान अपने जिले के मत्स्य विभाग कार्यालय के संपर्क कर लाभ उठा सकते है।
:मत्स्य पालन क्षेत्र के लिए एक अलग मंत्रालय भी बनाया जा सकता है।
:मत्स्य पालन केंद्र के रूप में पारादीप सहित पांच बंदरगाहों को विकसित किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना- यह केंद्र प्रायोजित योजना है जिसके द्वारा मछली पालन व्यवसाय से जुड़े लोगो की आय में वृद्धि के साथ उनके जीवन स्तर में सुधर लाना है,इसके अंतर्गत मछली पालन के क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगो को 3 लाख रुपये का ऋण दिया जाता है।
: इस योजन के प्रसार के तहत कुछ राज्य अपने यहाँ मछुआरों को वित्तीय सहायता भी दे रहे है जैसे उत्तर प्रदेश सरकार इस क्षेत्र के किसानो व विक्रेताओं को 1500 रुपये के 2 किश्तों सहित कुल 3000 रूपये की आर्थिक सहायता देगी,इसके लिए प्लेस्टोर से UPFish Farmers APP डाउनलोड करके मांगे गए विवरण के तहत पंजिकरण करना होगा।
: इस योजन के बाद देश में मत्स्य उद्योग में काफी वृद्धि देखि गयी है जिससे 2018-19 में 137. 58 लाख मीट्रिक टन उत्पादन को 2024-25 तक 220 लाख मीट्रिक टन करना,इसके लिए उत्पादन में 9% की वृद्धि दर को बनाये रखने पर ध्यान।
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना
3-बालाकोट एयर स्ट्राइक के नायक अभिनंदन वर्धमान वीर चक्र से सम्मानित
चर्चा क्यों है-भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टेन रहते अभिनंदन वर्धमान ने 27 फरवरी 2019 को पाकिस्तान के F-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था।
प्रमुख तथ्य- :इस स्ट्राइक के बाद वें 3 दिनों तक पाकिस्तानी सेना के कब्जे में भी रहे थे।
:इस वीरता भरे प्रदर्शन के कारण हाल ही में भारतीय वायुसेना ने उन्हें ग्रुप कैप्टन पद पर पदोन्नति किया।
:वीर चक्र का सम्मान,परमवीर चक्र और महावीर चक्र के बाद तीसरा सर्वोच्च वीरता पदक होता है।
वीरता पुरस्कार- :यह पुरस्कार अदम्य साहस और पराक्रम के लिए दया जाता 15 अगस्त 1947 प्रभावी होने के बाद पहली बार भारत सरकार द्वारा 26 जनवरी 1950 से परमवीर चक्र,महावीर चक्र एवं वीर चक्र प्रारंभ किए गए थे।
:इसके बाद 4 जनवरी 1952 तीन अन्य वीरता पुरस्कारों की घोषणा किया गया अशोक चक्र श्रेणी-1,अशोक चक्र श्रेणी-2,और अशोक चक्र श्रेणी-3 में।
:इन्हें भी 15 अगस्त 1947 से प्रभावी माना गया
:इन्हे 1967 में क्रमशः अशोक चक्र,कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र के रूप में पुनः नामकरण कर दिया गया।
4-HomoSEP रोबोट करेगा सेप्टिक टैंक की करेगा सफाई
चर्चा का कारण-हॉल ही में IIT-मद्रास के शोधकर्ताओं ने सेप्टिक टैंक की सफाई के लिए HomoSEP नामक रोबोट को तीन साल के मेहनत के बाद विकसित किया है।
महत्त्व क्या होगा-यदि भविष्य में इस रोबोट का प्रयोग व्यापक रूप में किया जाता है तो लोगों को सेप्टिक टैंक में जाकर सफाई करने के काम से मुक्ति दिला सकता है।
प्रमुख तथ्य- :इस रोबोट(सेप्टिक टैंक का होमोजेनाइजर) में ब्लेड से जुड़ा एक शॉफ्ट होता है जिसे टैंक में डालने पर उल्टे छाते की तरह खुल जाते हैंफिर ये ब्लेड सेप्टिक टैंक में एकत्रित मल पदार्थ को बाहर कर उसे साफ कर देते हैं।
:इस रोबोट को ट्रैक्टर से जोड़कर दूरदराज के इलाकों में भी ले जाया जा सकता है,यह ट्रेक्टर की धुरी से हुडा होता है तथा इसके इंजन के माध्यम से चलाया जा सकता है।
मैनुअल स्केवेंजिंग (हाथ से मैला ढोना)- इसका अर्थ वर्षों से शौचालयों और सीवरों से मानव मल को हाथ से साफ करने, ले जाने या निपटाने की कुप्रथा से है,इसके लिए भारत सरकार ने इस काम में लगे लोगों को रोजगार पर प्रतिबंध लगा दिया था।
:सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के अनुसार 31 दिसंबर 2020 तक 5 वर्ष में इस काम से जुड़े 340 लोगो ने अपनी जान गवायीं।
:फिर वर्ष 2013 में इसे रोकने हेतु सरकार ने “मैनुअल स्केवेंजर्स एक्ट” के रूप में एक ऐतिहासिक नया कानून पारित किया गया था जो सभी प्रारूपों में हाथ से मैला ढोने को प्रतिबंधीत करता है,साथ ही एक अनिवार्य सर्वेक्षण के माध्यम से मैला ढोने वालों के लिए पुनर्वास को सुनिश्चित करता है।
5-सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने पहले समलैंगिक न्यायाधीश की स्वीकृति दी
चर्चा में क्यों है-सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने देश के पहले समलैंगिक वरिष्ठ वकील सौरभ कृपाल को दिल्ली हाईकोर्ट में न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति पर स्वीकृति दे दी है।
प्रमुख तथ्य-:सौरभ कृपाल विगत कई वर्षों से संघर्षरत थे। जिसे कॉलेजियम ने अंतिम रूप से 11 नवंबर 2021 को मंजूरी दे दी।
:बार बार आपत्ति का कारण था इनका पार्टनर निकोलस जर्मेन एक यूरोपीय है तथा स्विस दूतावास में कार्यरत है,केंद्र सरकार से हितों का टकराव था
:कॉलेजियम की यह सिफारिश 2018 में पहली बार सौरभ कृपाल की उम्मीदवारी के तीन साल बाद आयी है।
सौरभ कृपाल के बारे में – :सौरभ कृपाल भारत के 31वें(मई 2002-नवंबर 2002 तक) मुख्य न्यायाधीश बीएन कृपाल के पुत्र है,इन्होने दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी से एलएलबी फिर कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से एलएलएम की डिग्री ली।
:भारत आने से पूर्व ये जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के साथ कुछ समय तक काम किया।
:पिछले दो दशक से भी ज्यादे समय से वकील के पेशे से जुड़े हुए है।
:इनकी विशेषज्ञता नागरिक,वाणिज्यिक एवं संवैधानिक कानून है।
:स्वयं समलैंगिंक है और समलैंगिक और एलजीबीटीक्यू(LGBTQ-लेस्बियन,गे,बाइसेक्सुअल,ट्रांसजेंडर,क्वीर) के अधिकारों पर बहुत ही मुखरता से बात रखते रहे है।
:सौरभ कृपाल ने एक किताब भी लिखी है -“सेक्स एंड द सुप्रीम कोर्ट”.
:धारा 377 के मामले –भारत सरकार बनाम नवतेज सिंह जौहर याचिका के मामले में उनके वकीलों में भी शामिल थे। इन्होने धरा 377 को गैर आपराधिक बेहद खास दलीलें पेश की थी जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इसे निरस्त कर दिया था।
:ये नाज फाउंडेशन के ट्रस्टी भी है जो भारत में समलैंगिकता को अपराधमुक्त करने के लिए लड़ाई लड़ता है।
6-दुनिया का पहला बिटकॉइन शहर बनेगा अल साल्वाडोर में
चर्चा का विषय क्यों – अमेरिकी देश अल साल्वाडोर दुनिया का पहला बिटकॉइन शहर बनाने की योजना बनाया है,और यह पहला देश है जिसने बिटकॉइन को वैध मुद्रा के रूप में मान्यता दिया है।
क्या है बिटकॉइन शहर- :यह शहर फोन्सेका की खाड़ी के किनारे एक ज्वालामुखी के पास स्थित होगा,तथा पूरी तरह से पारिस्थितिकी शहर होगा जिसे ज्वालामुखी के माध्यम से भूतापीय उर्जा (Geothermal पॉवर) उपलब्ध करायी जाएगी।
:इस शहर को एक बिलियन डॉलर बिटकॉइन बॉन्ड जारी करने के साथ वित्त पोषित किया जायेगा।
:शहर को शून्य कार्बन उत्सर्जन वाला बनाया जायेगा।
:शहर की स्थापना विदेशी निवेश को ध्यान में रखकर की जाएगी।
:इस शहर में निवासियों को मूल्यवर्द्धित कर के अतिरिक्त कोई भी कर नहीं देना होगा जैसे-आय,भूमि,पूंजी तथा नगरपालिका।
:मूल्यवर्द्धित कर का आधा भाग नगरपालिका बांड के भुगतान करने और आधे भाग का उपयोग बुनियादी ढांचा बनाने और रख रखाव में लगाया जायेगा।
:इसके अलावा लोगो तक प्रौद्योगिकी,डिजिटल शिक्षा एवं स्थायी सार्वजानिक परिवहन भी सुलभ होगी।
:पांच वर्ष के लॉक इन पीरियड के बाद सरकार अपने बिटकॉइन को बेचना आरम्भ करेगी और प्राप्त लाभांश को निवेशकों को भुगतान कर देगी।
बिटकॉइन क्या है-यह एक विकेन्द्रीकृत डिजिटल मुद्रा है जो किसी भी व्यक्ति द्वारा बिना किसी मध्यस्थ के सीधे खरीद परोख्त और उसका विनिमय कर सकता है।इसे आभासी मुद्रा भी कहते,जिसका निर्माण कंप्यूटर के अल्गोरिथम पर होता है।इसके जनक सतोशी नाकामोतो हैं,इसकी शुरुआत 2009 में हुई थी।
7-ब्रिटैन G-7 विकास और विदेश मंत्रियों के सम्मलेन का आयोजन करेगा
सन्दर्भ- ब्रिटैन दिसंबर 2021 में लिवरपूल में G-7 विकास और विदेश मंत्रियों के सम्मलेन का आयोजन कर रहा है।
प्रमुख तथ्य-:शिखर सम्मेलन 10 -12 दिसंबर, 2021 के बिच आयोजित किया जाएगा,जो कि 2021 में G7 विदेश मंत्रियों की दूसरी व्यक्तिगत सम्मलेन होगी।
:यूके के विदेश सचिव लिज़ ट्रस यूरोपीय संघ,जर्मनी, फ्रांस,इटली,अमेरिका,कनाडा,और जापान जैसी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के समकक्षों का स्वागत करेंगे।
:ये बैठकें यूके के बढ़ते इंडो-पैसिफिक झुकाव का प्रदर्शन करती हैं।
:दक्षिण-पूर्व एशियाई देश भी पहली बार आगामी G7 विदेश मंत्रियों की बैठकों में भाग लेंगे।
:साथ ही मलेशिया, इंडोनेशिया और थाईलैंड के आसियान देशों के विदेश मंत्री भी जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
:इस सम्मलेन में कई अहम् मुद्दों पर चर्चा होगी जैसे- मानवाधिकार,वैश्विक स्वास्थ्य और कोविड के बाद आर्थिक लचीलापन इत्यादि शामिल है।
G-7 बारे में -:इसकी स्थापना 1975 में की गयी थी यह एक अंतर-सरकारी संगठन है,इसके सदस्य देश है-यूके,इटली,जर्मनी,फ्रांस,अमेरिका,कनाडा और जापान।
:इसका कोई निश्चित मुख्यालय या औपचारिक किसी भी तरह का संविधान नहीं है,वार्षिक सम्मलेन के दौरान ही इनके नेताओं द्वारा लिए गए निर्णय बाध्यकारी होते है।ये मुख्य रूप से वैश्विक आर्थिक शासन,ऊर्जा निति और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर चर्चा करने हेतु वार्षिक रूप से सम्मलेन करते है।