1-वैश्विक खाद्य सुरक्षा सूचकांक 2021 जारी
प्रमुख तथ्य-1:इस सूचकांक में भारत में 113 देशों में 71वा स्थानप्राप्त किया।
2:पड़ोसी देशों में चीन 34वा पाकिस्तान 75वा श्रीलंका 77 वा और बांग्लादेश ने 84 स्थान हासिल किया।
3:इस सूचकांक में भारत में कुल 57.2 का स्कोर हासिल किया भोजन के सामर्थ्य के मामले में अपने पड़ोसी देशों पाकिस्तान और श्रीलंका से भी पीछे खाद्य समर्थ की श्रेणी में भारत का स्कोर 50 .2 अंक रहा जबकि पाकिस्तान ने 52 . 6अंक प्राप्त किए, जबकि इसी श्रेणी में श्रीलंका में 62.9 अंक प्राप्त किए।
4:इस सूचकांक में प्रथम स्थान पर आयरलैंड और दूसरे स्थान पर ऑस्ट्रिया रहा जबकि तीसरे स्थान पर यूके चौथे स्थान पर फिनलैंड और पांचवें स्थान पर स्वीटजरलैंड रहा जबकि अमेरिका 79.1 स्कोर के साथ सूचकांक में नौवें स्थान पर रहा।
5:वर्ष 2021 में जारी जीएफएसआई सूचकांक का यह 10th संस्करण है।
6:इस वैश्विक रिपोर्ट को इकोनामिक इंपैक्ट पोर्टेबलऔर कोर्टेवा एग्रीसाइंस द्वारा जारी किया गया।
7:यह सूचकांक 113 देशों खाद्य सामर्थ्य,उपलब्धता,गुणवत्ता और सुरक्षा तथा प्राकृतिक संसाधनों और लचीलेपन के विषयों पर विचार करता है,इसके अतिरिक्त यह सूचकांक 58 संकेतकों से बने एक गतिशील मात्रात्मक और गुणात्मक बेंचमार्किंग मॉडल है,जो विकसित और विकासशील देशों में खाद्य सुरक्षा के चालकों को मापता है।
2-गांधीधाम में आयुष वन का उद्घाटन
प्रमुख तथ्य-1:हाल ही में गांधीधाम में केंद्रीय पतन पोत परिवहन और जल मार्ग तथा आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने आयुर्वेदिक पौधों को समर्पित आयुष वन का उद्घाटन किया।
2:दीनदयाल पोर्ट ट्रस्ट यानी डीपीटी द्वारा हरित पट्टी क्षेत्र में आवंटित 30 एकड़ भूमि में स्थापित किया गया है।
3:यह शहरी क्षेत्र की हरियाली में सुधार और कच्छ क्षेत्र में वृक्षों के आवरण का घनत्व बढ़ाने में सहायक होगा।
4:आयुष का अभिप्राय आयुर्वेद, योगा, यूनानी एवं होम्योपैथी से है।
3-इडुक्की बांध के गेट खोले गए
प्रमुख तथ्य -1:हाल ही में केरल के स्थानीयअधिकारीयों द्वारा बांध के गेट खोल दिए गए।
2:कारण था भारी बारिश जिसे जलाशय में तेजी से पानी भर गया,3 साल में यह दूसरा मौका है जब इस जलाशय से पानी छोड़ा गया है।
3:केरल में पेरियार नदी पर बना यह बांध दो पर्वतों कुरवनमाला 839 मीटरऔर कुरथीमाला 925मीटर के बीच स्थित है।
4:इस मेहराबदार बांध की ऊंचाई 168.91 मीटर है जिसका निर्माण केरल राज्य विद्युत बोर्ड द्वारा किया गया थाऔर इसका स्वामित्व भी इसके पास है।
5:यह बांध 780 मेगावाट हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर स्टेशन के लिए सक्षम है।
6:इडुक्की बांध.चेरुथोनी बांध.कुलमाऊ बांध मिलकर इडुक्की जलाशय बनाते है।
7:इडुक्की बांध केरल का सबसे बड़ा बांध हैऔर एशिया के सबसे ऊंचे बांधों में से एक है।
4-BSF के अधिकार क्षेत्र में विस्तार किया गया
प्रमुख तथ्य-1:गृह मंत्रालय ने इसकी शक्ति का विस्तार कर दिया है।
2:असम वेस्ट बंगाल,और पंजाब में अंतरराष्ट्रीय सीमा से 50 किलोमीटर तक बीएसएफ की शक्तियों में वृद्धि कर दिया है,पहले इन राज्यों में इसकी शक्ति 15 किलोमीटर तक सीमित थी जिसमें गिरफ्तारी,तलाशी,और जब्ती भी शामिल था।
3:गुजरात में बीएसएफ के ऑपरेशन को अंतरराष्ट्रीय सीमा से 80 किलोमीटर से घटाकर 50 किलोमीटर तक सीमित कर दिया गया है।
4:सरकार के इस कदम जो कि एक गजट अधिसूचना द्वारा घोषित किया गया है पर पंजाब और पश्चिम बंगाल आदि सरकारों ने आपत्ति जताई है।
5:बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र में विस्तार का उद्देश्य परिचालन दक्षता में सुधार और तस्करी आदि घटनाओं पर नियंत्रण करना है।
6:बीएसएफ गृह मंत्रालय के तहत एक केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल है।
7:सीमा सुरक्षा बल अधिनियम 1968 के तहत सीमा सुरक्षा बल की शक्तियां कर्तव्य और क्षेत्राधिकार की सीमाएं निर्धारित की जाती है
क्या है भूमिका-भारतीय सीमाओं की सुरक्षा और उससे जुड़े मामलों को हल करना।
5-सेव हॉर्नबिल्स:द गार्डनर्स ऑफ फॉरेस्ट्स
1:हाल ही में वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन में भारत के नामदफा टाइगर रिजर्व मैं पौधों और हॉर्नबिल के एक दूसरे पर प्रभाव पर प्रकाश डाला है।
2:नेचर कंजर्वेशन फाउंडेशन मैसूर,सेंटर फॉर इकोलॉजिकल साइंसेज और इंडियन इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु के शोधकर्ताओं ने नामदफा में हॉर्नबिल पठार पर यह अध्ययन किया।
3:शोधकर्ताओं ने हॉर्नबिल की 4 प्रजातियों द ग्रेट हॉर्नबिल, रयुफस नेक्ड हॉर्नबिल एवं ब्राउन हॉर्नबिल और व्रीथेड हॉर्नबिल अवलोकन किया।
4:अध्ययन के अनुसार आमतौर पर दिखा जाने वाला व्रीथेड हॉर्नबिल ज्यादातर दुर्लभ बड़े बीज वाले कैनोपी पेड़ों में देखा गया।
5:अरुणाचल प्रदेश मैं स्थित नामदफा टाइगर टाइगर रिजर्व भारत के सबसे अधिक जैव विविधता वाले संरक्षित क्षेत्रों में से एक है यह भारत में इंडियन ग्रे हॉर्नबिल द मालाबार ग्रे हॉर्नबिल सहित भारत में हॉर्नबिल की9 प्रजातियों में से 5 का आवास स्थल है।
6:भारत में हॉर्नबिल की सबसे छोटी प्रजाति नारकोंडम हॉर्नबिल केवल नारकोंडम द्वीप पर पाई जाती है।
7:नामदफा क्षेत्र के अंदर कैनेरियम जैसे बड़े पेड़ों को उनके राल(Resin) के लिए अवैध रूप से काटा जाता है जिनका व्यापक रूप से पूरे देश में धूप,अगरबत्ती के रूप में उपयोग किया जाता है और इन ऊंचे पेड़ों की उपयोगी लकड़ी के कारण इनकी मांग भी ज्यादा है।
8:मैसूर (कर्नाटक) में स्थित एनसीएफ एक गैर सरकारी वन्य जीव संरक्षण और अनुसंधान संगठन है।
6-अभिधम्म दिवस
प्रमुख तथ्य-1:हर वर्ष 20 अक्टूबर को अभिधम्म दिवस मनाया जाता है।
2:यह मुख्य रूप से म्यानमार में मनाई जाने वाली थेरवाद बौद्ध परंपरा है।
3:यह म्यानमार(बर्मा) में चंद्रमा के अनुसार चलने वाले वर्ष के सातवें महीने की पूर्णिमा पर मनाया जाता है जो कि अप्रैल माह से शुरू होता है ऐसी मान्यता है इस दिन भगवान बुद्ध स्वर्ग से पृथ्वी पर वापस आए थे।
4:ऐसा माना जाता है कि बुद्ध अपनी मां को अभिधम्म पिटक सिखाने के लिए स्वर्ग गए थे तथा सिखाने के 3 महीने बाद पृथ्वी पर वापस आ गए थे।
5:उनकेअनुयाई 3 महीने के समय को एक स्थान पर रहकर और प्रार्थना करके चिन्हित करते हैं,यह दिवस बौद्ध भिक्षु के लिए 3 महीने की वर्षा की समाप्ति का भी प्रतीक है।
6:उत्तर प्रदेश के कुशीनगर गौतम बुद्ध के अंतिम विश्राम स्थल के तौर पर जाना जाता है,यहां उन्होंने अपनी मृत्यु के बाद 483 ईसा पूर्व महापरिनिर्वाण प्राप्त किया था,प्राचीनकाल से ही बौद्धों के लिए सबसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों में से एक है।
7-आईएमएफ से इस्तीफा देंगी गीता गोपीनाथ
प्रमुख तथ्य-1:गीता गोपीनाथ जनवरी 2022 में आईएमएफ को छोड़ने का निर्णय लिया है।
2:वह आईएमएफ में अनुसंधान विभाग की निदेशक रही है,इसके बाद वह हार्वर्ड विश्वविद्यालय में लौट जाएंगी।
3:जनवरी 2019 में आईएमएफ के पहली महिला मुख्य अर्थशास्त्री के रूप में शामिल हुई थी।
4:वह एक भारतीय-अमेरिकी(मलयाली) अर्थशास्त्री हैं,अपनी स्कूली शिक्षा कोलकाता में पूरी करने बाद दिल्ली के लेडी श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की,फिर दिल्ली स्कूल आफ इकोनॉमिक्स और वाशिंगटन विश्वविद्यालय से पीजी की पढ़ाई पूरी की,इसके उपरांत 2001 में प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में पीएचडी पूरी करने के बाद 2001 में शिकागो विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर के रूप में शामिल हुईं,2005 में हार्वर्ड में शामिल हुईं तथा कुछ वर्षों बादअर्थशास्त्र विभाग में प्रोफेसर बनने वाली वे केवल तीसरी महिला है,साथ ही इस विश्वविद्यालय में अमर्त्य सेनके बाद इस पद कोसंभालने वाली पहली भारतीय भी हैं।
5:वह महामारी पेपर की सह लेखिका भी रही जिसमें बताया गया है कि कैसे करोना महामारी को खत्म किया जाएऔर वैश्विक स्तर पर किस तरह से वैक्सीनेशन के अभियान को पूरा किया जा सकता है,इसके साथ ही आईएमएफ में क्लाइमेट चेंज टीम के गठन और उसके विश्लेषण में अहम भूमिका निभाई थी।
8-यूजीसी ने बीएसआरएमएस को विशेष डिग्री के रूप में मान्यता दी
प्रमुख तथ्य-1:विश्वविद्यालय अनुदान आयोग में बैचलर ऑफ सोवा रिग्पा मेडिसिन एंड सर्जरी के रूप में इस डिग्री को मान्यता दी
2:यह डिग्री न्यूनतम 5 वर्ष की होगी इसमें प्रवेश की योग्यता टेन प्लस टू निर्धारित की गई है
3:सोवा रिग्पा क्या है- यह भारत के हिमालय क्षेत्र में प्रचलित पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली है जिस के अधिकांश सिद्धांत और व्यवहार आयुर्वेद के समान है इसकी उत्पत्ति तिब्बत में हुई थी और भारत नेपाल भूटान मंगोलिया और रूस जैसे देशों में लोकप्रियता हासिल की
4:इसके जनक हैं तिब्बत के युथोंग योंटेन गोंपो
5:सोवा रिग्पा के पांच सिद्धांत निम्न है
रोग को ठीक करने वाली औषधि,बीमारी की स्थिति में शरीर को उपचार के केंद्र के रूप,एंटीडोट यानी इलाज,एंटीडोट द्वारा उपचार की विधि,मटेरिया मेडिका,फार्मेसी,और फार्मोकोलॉजी
9-पीएमजीकेपी योजना की अवधि 6 माह के लिए बढ़ी
प्रमुख तथ्य-1:केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज यानी पीएम जीकेपी योजना की अवधि को और 6 माह के लिए बढ़ा दिया गया है।
2:योजना का विस्तार 21 अक्टूबर 2021 से लागू होगा आज के वर्तमान अवधि 20 अक्टूबर 2021 को समाप्त हो गई है।
3:यह कोविड-19 से लड़ने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के लिए एक बीमा योजना है आगामी 180 दिनों की अवधि के लिए कोविड-19 रोगियों की देखभाल हेतु प्रतिनियुक्त स्वास्थ्य कर्मियों के आश्रितों को सुरक्षा प्रदान करेगा।
4:उद्देश्य सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता और निजी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं सहित स्वास्थ्य देखभाल प्रदाताओं को ₹50 लाख का व्यापक व्यक्तिगत दुर्घटना कवर प्रदान करना है इस योजना के तहत 1351दावों का भुगतान किया जा चुका है।
5:सरकारी आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में देश में कोविड-19 के सक्रिय मामले देश के कुल पॉजिटिव मामलों का 0.5 2% है जबकि देश में कोविड-19 की रिकवरी दर 98.15% है।
10-परियोजना निगरानी पोर्टल लांच
प्रमुख तथ्य-1:हाल ही में मिलिट्री इंजीनियर सर्विसेज सर्विसेस के लिए एक वेब आधारित परियोजना निगरानी पोर्टल लॉन्च किया गया।
2:इस पोर्टल को भास्कराचार्य नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस एप्लीकेशन एंड जीओ इनफॉर्मेटिक (BISAG-G) द्वारा विकसित किया गया है।
3:यह परियोजनाओं की स्थापना से लेकर पूरा होने तक की रीयलटाइम निगरानी करने में सक्षम होगा।
4:MES के अलावा अलावा सशस्त्र बल भी इस पोर्टल का उपयोग करकेपरियोजना की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
5:यह एकीकृत पोर्टल MES द्वारा क्रियान्वितकिए जाने वाले पहले प्रोजेक्ट मैनेजमेंट ई-गवर्नेंस के तौर पर है।