सन्दर्भ:
: हाल ही में, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने डिजिटल ब्रांड आइडेंटिटी मैनुअल (DBIM) और मुख्य सूचना अधिकारी (CIO) सम्मेलन 2025 का शुभारंभ किया।
डिजिटल ब्रांड पहचान मैनुअल के बारे में:
: इसका लक्ष्य सभी सरकारी मंत्रालयों और प्लेटफ़ॉर्म पर एक मानकीकृत और सुसंगत डिजिटल पहचान स्थापित करना है, जिससे पहुँच, समावेशिता और नागरिक जुड़ाव बढ़े।
: DBIM का प्राथमिक उद्देश्य भारत सरकार के लिए एक एकीकृत और सुसंगत डिजिटल ब्रांड बनाना है।
: यह “Gov.In: भारत सरकार के डिजिटल पदचिह्न का सामंजस्य” पहल का हिस्सा है।
: यह पहल सरकारी वेबसाइटों को सरल और मानकीकृत करने पर केंद्रित है, यह सुनिश्चित करते हुए कि विविध पृष्ठभूमि के नागरिक आसानी से नेविगेट कर सकें और आवश्यक सरकारी सेवाओं तक पहुँच सकें।
: रंग पैलेट, टाइपोग्राफी और आइकनोग्राफी जैसे तत्वों को मानकीकृत करके, मैनुअल न केवल लुक और फील में एकरूपता सुनिश्चित करता है बल्कि सरकार द्वारा होस्ट किए गए डेटा की अखंडता को भी मजबूत करता है।
यह सुसंगत दृष्टिकोण सरकारी विभागों को राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर एक आकर्षक और भरोसेमंद ब्रांड उपस्थिति प्रस्तुत करने में सक्षम करेगा।
: दिशानिर्देश वेबसाइटों से आगे बढ़कर मोबाइल एप्लिकेशन और सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म को कवर करते हैं, जो सभी डिजिटल टचपॉइंट पर एक सहज उपयोगकर्ता अनुभव को मजबूत करते हैं।
: DBIM पहल की प्रमुख विशेषताएं-
- डिजिटल पहचान में एकरूपता सुनिश्चित करने के लिए DBIM टूलकिट
- CMS प्लेटफॉर्म में सुव्यवस्थित वेबसाइट प्रबंधन के लिए
- केंद्रीकृत सामग्री प्रशासन के लिए केंद्रीय सामग्री प्रकाशन प्रणाली (CCPS)
- डिजिटल संचार को मानकीकृत करने के लिए सोशल मीडिया अभियान दिशानिर्देश