सन्दर्भ:
: भारत के प्रधान मंत्री ने जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट (Genome India Project) के सफल समापन की सराहना की और इसे भारत के अनुसंधान परिदृश्य में एक ऐतिहासिक कदम बताया।
जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट के बारे में:
: यह भारत की जनसंख्या की आनुवंशिक विविधता का मानचित्रण करने के लिए जनवरी 2020 में शुरू की गई एक राष्ट्रीय पहल है।
: यह एक बहु-संस्था संघ परियोजना है जिसे भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा समर्थित और वित्तपोषित किया जाता है।
: इसका लक्ष्य बड़े पैमाने पर जीनोम अनुक्रमण के माध्यम से भारत की जनसंख्या की आनुवंशिक विविधता को डिकोड करना है
: इसके उद्देश्य-
- भारतीयों में आनुवंशिक विविधताओं (सामान्य, कम आवृत्ति, दुर्लभ, एकल न्यूक्लियोटाइड बहुरूपता, या एसएनपी, और संरचनात्मक विविधता) की एक विस्तृत सूची बनाएँ।
- भारतीयों के लिए एक संदर्भ हैप्लोटाइप संरचना बनाएँ।
- इस संदर्भ पैनल का उपयोग भविष्य के अध्ययनों में अनुपलब्ध आनुवंशिक भिन्नता को लागू करने के लिए किया जा सकता है।
- शोध और निदान के लिए सस्ती लागत पर जीनोम-वाइड एरे डिज़ाइन करें।
- शोध में भविष्य के उपयोग के लिए एकत्र किए गए डीएनए और प्लाज्मा के लिए एक बायोबैंक स्थापित करें।
: यह ‘जीनोम इंडिया’ डेटाबेस अब दुनिया भर के शोधकर्ताओं के लिए जांच के लिए उपलब्ध होगा और इसे हरियाणा के फरीदाबाद में भारतीय जैविक डेटा केंद्र (IBDC) में रखा गया है।
: इसका महत्व- यह आनुवंशिक और संक्रामक रोगों के उपचार को आगे बढ़ाने में मदद कर सकता है।