सन्दर्भ-केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए जिज्ञासा:ज्ञान की खोज प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का शुभारंभ किया।
इसका उद्देश्य है-
:भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत,सभ्यता,साहित्य,वास्तुकला और विरासत में मिले ज्ञान के बारे में जागरूकता पैदा करना है जिसकी जड़ें प्राचीन भारत में हैं।
प्रमुख तथ्य-:जिज्ञासा को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) और मशीन लर्निंग की मदद से अत्याधुनिक तकनीक पर होस्ट किया है।
:जिज्ञासा भारत के 742 जिलों यानी पूरे भारत में भारतीयता के विचार और आदर्शों पर बातचीत शुरू करने का वादा करती है।
:”जिज्ञासा” जागरूकता पैदा करने और प्रौद्योगिकी,नवाचार एवं समावेशी शिक्षा के माध्यम से ‘ज्ञान की परंपरा’ को आगे बढ़ाने की दिशा में एक कदम है।
:जिज्ञासा वास्तव में समावेशी प्रकृति की है जिसकी मुख्य प्रेरणा प्रधानमंत्री की अंत्योदय के प्रति वचनबद्धता से ली गई है।
:यह अपनी तरह की ऐसी प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता है जो विश्व स्तर पर सभी लोगों के लिए है और इसमें लगभग 2 करोड़ लोगों के भाग लेने की संभावना है।
: इस प्रतियोगिता के माध्यम से भाग लेने वाले प्रतिभाओं को निखारा जा सकता है।
:यह प्रतियोगिता न केवल एक भारतीय होने का प्रतिबिंब है बल्कि आजादी का अमृत महोत्सव के साथ यह आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा देगी।
:इस प्रतियोगिता की शुरुआत में राजकोट,भोपाल, शिलांग और नई दिल्ली सहित कई स्थानों के स्कूलों ने भाग लिया,जिसमे वर्चुअल तरीके से 1,000 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए।
:जिज्ञासा का प्रत्येक विजेता 10 लाख रुपये की छात्रवृत्ति का पात्र होगा।
कौन भाग ले सकता है-
:इस प्रतियोगिता में दुनिया के किसी भी हिस्से से कोई भी भाग ले सकता है।
:इसमें दिव्यांगों के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं।
:जो लोग 13-18 वर्ष की आयु के हैं और औपचारिक शिक्षा प्रणाली का हिस्सा नहीं हैं,वे भी इस जिज्ञासा प्रतियोगिता में भाग लेने के पात्र हैं।
:यह प्रतियोगिता 17 भाषाओं में आयोजित की जाएगी।
उपलब्धता-:इसके लिए वेबसाइट भी है- JIGYASA:AKAMQUIZ
:एक समर्पित एप्लिकेशन पर भी उपलब्ध होगी
:आईओएस(iOS) एप्लीकेशन को वेबसाइट से ही डाउनलोड किया जा सकता है।