सन्दर्भ:
: भारतीय वायु सेना के एक चिनूक हेलीकॉप्टर (Chinook Helicopter) को हाल ही में पंजाब के बरनाला के पास एक “तकनीकी खराबी” के बाद एहतियाती लैंडिंग करनी पड़ी।
चिनूक हेलीकॉप्टर के बारे में:
: चिनूक/CH-47F दक्षिण सेना का प्राथमिक भारी सैन्य और आपूर्ति परिवहन विमान है।
: यह एक उन्नत मल्टी-मिशन हेलीकॉप्टर है।
: इसका निर्माण अमेरिकी एयरोस्पेस और रक्षा फर्म बोइंग द्वारा अमेरिकी सेना और अंतरराष्ट्रीय रक्षा बलों के लिए किया जाता है।
: इसका उपयोग युद्ध के मैदान में सैनिकों, तोपखाने, आपूर्ति और उपकरणों के परिवहन के लिए किया जाता है।
: भारत के पास करीब 15 CH-47 चिनूक हेलीकॉप्टर हैं।
चिनूक हेलीकॉप्टर की विशेषताएँ:
: यह एक जुड़वां इंजन, टेंडेम-रोटर हेवी-लिफ्ट हेलीकॉप्टर है।
: इसमें कंपन कम करने वाला मोनोलिथिक एयरफ्रेम है।
: अधिकतम गति 160 समुद्री मील (296 किमी प्रति घंटा)।
: यह 55 सैनिकों या लगभग 10 टन मिश्रित माल तक ले जा सकता है।
: इसमें पूरी तरह से एकीकृत डिजिटल कॉकपिट प्रबंधन प्रणाली शामिल है।
: इसमें ट्रिपल हुक सिस्टम है, जो बड़े बाहरी भार के लिए स्थिरता या कई बाहरी भार की क्षमता प्रदान करता है।
: इसमें उन्नत कार्गो-हैंडलिंग क्षमताएं हैं जो विमान के मिशन प्रदर्शन और हैंडलिंग विशेषताओं को पूरक बनाती हैं।