सन्दर्भ:
: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने उत्तर-पूर्वी अरब सागर के ऊपर चक्रवात शक्ति (Cyclone Shakti) के बनने की पुष्टि की है।
चक्रवात शक्ति के बारें में:
: एक उष्णकटिबंधीय चक्रवाती तूफ़ान जो द्वारका (गुजरात) से लगभग 340 किमी पश्चिम में, उत्तर-पूर्वी अरब सागर में विकसित हुआ।
: विश्व मौसम विज्ञान संगठन की क्षेत्रीय नामकरण प्रणाली के तहत इसका नाम “शक्ति” रखा गया है।
: इसकी उत्पत्ति:-
- अक्टूबर 2025 की शुरुआत में अरब सागर के गर्म पानी पर निम्न-दाब के विकास के कारण निर्मित।
- यह प्रणाली 3 अक्टूबर को एक चक्रवाती तूफ़ान (CS) में बदल गई और पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ने पर इसके एक गंभीर चक्रवाती तूफ़ान (SCS) में बदलने का अनुमान है।
: इसकी विशेषताएँ:-
- तटीय क्षेत्रों में तेज़ हवाएँ, ऊँची समुद्री लहरें और भारी वर्षा की संभावना।
- समुद्र की सतह के बढ़ते तापमान के कारण अरब सागर में चक्रवातों की बढ़ती प्रवृत्ति का एक हिस्सा।
बंगाल की खाड़ी में अरब सागर की तुलना में अधिक चक्रवात क्यों आते हैं?
: गर्म पानी:-
- बंगाल की खाड़ी अर्ध-संलग्न और स्थलरुद्ध है, जिसमें गर्म पानी (वर्ष भर 29-30°C) बना रहता है।
- तेज़ हवाओं और वाष्पीकरण के कारण अरब सागर ठंडा रहता है।
: नमी की उपलब्धता:-
- खाड़ी को नदियों और मानसूनी प्रवाह से प्रचुर मात्रा में नम हवा मिलती है।
- अरब सागर ओमान और यमन से आने वाली शुष्क हवाओं से प्रभावित होता है, जिससे चक्रवातों की तीव्रता सीमित हो जाती है।
: बाह्य ट्रिगर (पल्स):-
- प्रशांत महासागर से आने वाले टाइफून अक्सर निम्न-दाब प्रणालियों के रूप में बंगाल की खाड़ी में प्रवेश करते हैं, जो बाद में तीव्र हो जाते हैं।
- अरब सागर को ऐसे बाहरी इनपुट नहीं मिलते।