सन्दर्भ:
: हाल ही में गुजरात के घरचोला साड़ी (Gharchola Saree) को भौगोलिक संकेत टैग (GI Tag) प्राप्त हुआ।
घरचोला साड़ी के बारे में:
: इसे घाटचोला और घरचोलू के नाम से भी जाना जाता है, जिसमें गुजरात का बेहतरीन बांधनी काम होता है
: पारंपरिक रूप से इसका इस्तेमाल गुजराती शादियों में सालों से किया जाता रहा है।
: घरचोला नाम का मतलब है ‘घर के लिए पोशाक’, जो एक नवविवाहित दुल्हन के अपने नए घर में शामिल होने का प्रतीक है।
घरचोला साड़ी की विशेषताएँ:
: इसे रेशम और ज़री के धागों का उपयोग करके सूती या रेशमी कपड़े पर बड़े चेक में बुना जाता है।
: इसे बांधनी या टाई एंड डाई तकनीक से रंगा जाता है।
: ये चेकर पैटर्न मोर, कमल, मानव आकृतियों और फूलों के डिज़ाइन के छोटे सुनहरे रूपांकनों से भरे होते हैं।
: ये पारंपरिक रूप से लाल, मैरून, हरे और पीले जैसे शुभ रंगों में तैयार किए जाते हैं, जिनका हिंदू रीति-रिवाजों में विशेष महत्व है।
: 12 वर्गों वाली घरचोला साड़ी को ‘बार बाग’ के नाम से जाना जाता है, जबकि 52 वर्गों वाली साड़ी को ‘बावन बाग’ के नाम से जाना जाता है।
: डिज़ाइन में अक्सर उर्वरता और समृद्धि के प्रतीक शामिल होते हैं, जैसे कलश और पान।
: हाल के समय में बुनकर अपने घरचोलों में आधुनिक डिजाइन और तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे परंपरा और समकालीन आकर्षण का मिश्रण हो रहा है।
: यह गुजरात को मिला 27वां GI Tag है।