सन्दर्भ:
: हाल ही में घग्गर नदी (Ghaggar River) में कचरा फेंकने के खिलाफ जनता के बीच जागरूकता फैलाने के लिए, ट्रांस-घग्गर निवासियों ने नदी के छठ पूजा घाट पर सफाई अभियान चलाया था।
घग्गर नदी के बारे में:
: यह एक रुक-रुक कर बहने वाली नदी है जो केवल मानसून के मौसम में बहती है।
: यह उत्तर-पश्चिमी हिमाचल प्रदेश में शिवालिक रेंज से निकलती है।
: यह हरियाणा से लगभग 200 मील (320 किमी) दक्षिण-पश्चिम में बहती है, जहाँ इसे सरस्वती नदी मिलती है।
: यह अंततः राजस्थान के थार रेगिस्तान में सूख जाती है।
: यह मौसमी नदी राजस्थान तक फैली दो सिंचाई नहरों को पानी देती है।
: हकरा, जो पाकिस्तान में बहती है, भारत में घग्गर नदी की विस्तार है, और उन्हें एक साथ घग्गर-हकरा नदी कहा जाता है।
: घग्गर की मुख्य सहायक नदियाँ है- कौशल्या नदी, मारकंडा, सरसुती, टांगरी और चौतांग।
घग्गर नदी का ऐतिहासिक महत्व:
: कई इतिहासकार घग्गर की पहचान वैदिक सरस्वती नदी से करते हैं।
: घग्गर नदी के किनारे सिंधु घाटी सभ्यता की कई बस्तियों की खुदाई की गई है।
: इसलिए यह माना जाता है कि इसके तट पर स्थित प्राचीन बस्तियाँ प्रतिभाशाली वैदिक आर्यों की रचना हैं।
: ऐसा माना जाता है कि सतलज और यमुना नदियाँ कभी घग्गर-हकरा नदी तल में बहती थीं।