सन्दर्भ:
: विश्व आर्थिक मंच ने हाल ही में ग्लोबल साइबरसिक्योरिटी आउटलुक 2025 (Global Cybersecurity Outlook 2025) रिपोर्ट जारी की हैं।
ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी आउटलुक 2025 के बारें में:
: विश्व आर्थिक मंच (एक्सेंचर के सहयोग से) प्रकाशित।
: उद्देश्य- अर्थव्यवस्थाओं, समाजों और संगठनों को प्रभावित करने वाले साइबर सुरक्षा रुझानों की जांच करना।
: इसकी विशेषताएँ-
- बढ़ते साइबर खतरे: भू-राजनीतिक तनावों और उभरती प्रौद्योगिकियों के बीच साइबर अपराध की जटिलता पर प्रकाश डालता है।
- बढ़ता साइबर लचीलापन अंतर: छोटे संगठनों को 2022 की तुलना में सात गुना अधिक संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है, जबकि बड़े संगठन सुधार दिखा रहे हैं।
- क्षेत्रीय असमानताएँ: लैटिन अमेरिका में 42% और अफ्रीका में 36% साइबर सुरक्षा तैयारियों में आत्मविश्वास की कमी है, जबकि यूरोप और उत्तरी अमेरिका में यह 15% है।
- सार्वजनिक बनाम निजी क्षेत्र: सार्वजनिक क्षेत्र की 38% संस्थाएँ अपर्याप्त लचीलापन की रिपोर्ट करती हैं जबकि निजी संगठनों में यह 10% है।
- कार्यबल अंतर: सार्वजनिक क्षेत्र के लगभग 49% संगठनों में पर्याप्त साइबर सुरक्षा प्रतिभा की कमी है।