सन्दर्भ-कोविड महामारी के बीच एक नए वैरिएंट “डेल्टाक्रॉन” को साइप्रस विश्व विद्यालय के प्रोफेसर ने पहचाना है।
प्रमुख तथ्य-SARS-CoV-2 का संस्करण है “डेल्टाक्रॉन”
:डेल्टा जीनोम के अंदर ओमीक्रॉन जैसे आनुवंशिक लक्षणों की पहचान के कारण इस संस्करण का नाम “डेल्टाक्रॉन” रखा गया है।
:इस नये संस्करण में डेल्टा और ओमीक्रॉन दोनों की विशेषताएं देखी गयी है।
:प्रोफेसर और उनकी टीम ने अब तक साइप्रस के इस संस्करण के 25 मामलों की पहचान की है।
:इस टीम ने अपने परिणामों को ग्लोबल साइंस इनिशिएटिव एंड इंटरनेशनल डेटाबेस (GISAID) को भी भेजा है।
: GISAID एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है जो कोरोना वायरस के जीनोमिक देता तक खुली पहुंच प्रदान करता है।
:वैसे अभी तक “डेल्टाक्रॉन” को किसी भी अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा मान्यता नहीं मिली है।
:अभी विश्व के 46 देशों में कोरोना काफी फैला हुआ है जिसमे ओमिक्रोन संस्करण की प्रमुख भूमिका है,अबतक 10 लाख से अधिक नए मामलें देखे गए है।