सन्दर्भ:
: पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी 25 दिसंबर को मध्य प्रदेश में केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना के साथ अटल ग्राम सुशासन भवनों की भी आधारशिला रखेंगे, तथा ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना का उद्घाटन करेंगे।
केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना के बारें में:
: यह राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य योजना के अंतर्गत देश की पहली नदी जोड़ो परियोजना है।
: इस परियोजना से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में सिंचाई की सुविधा मिलेगी, जिससे लाखों किसान परिवारों को लाभ मिलेगा।
: इस परियोजना से कुल 65 लाख परिवारों को मिलेगी पेयजल की सुविधा।
: इस परियोजना से रोजगार के कई अवसरों का सृजन होगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी
: मध्यप्रदेश के 10 जिले छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, दमोह, शिवपुरी, दतिया, रायसेन, विदिशा और सागर के 8.11 लाख हेक्टेयर क्षेत्र एवं उत्तरप्रदेश के 2.51 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को मिलेगी सिंचाई सुविधा।
: जल विद्युत परियोजनाओं से हरित ऊर्जा में 130 मेगावॉट का योगदान एवं औद्योगिक इकाइयों को पर्याप्त जल आपूर्ति से औद्योगिक विकास और रोज़गार को मिलेगा बढ़ावा।
: चंदेल कालीन लगभग 42 पुरातन तालाबों का होगा विकास एवं पुनर्निर्माण।
: दौधन बांध के निर्माण से बाढ़ का बेहतर प्रबंधन होगा संभव।
ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना के बारें में:
: 518 मेगावॉट क्षमता की यह परियोजना विश्व की सबसे बड़ी फ्लोटिंग परियोजनाओं में से एक है।
: परियोजना से कृषि एवं उद्योग हेतु उपयोगी भूमि की बचत होगी।
: जल संरक्षण एवं हरित ऊर्जा उत्पादन से पृथ्वी के तापमान में वृद्धि को रोकने में सहयोग मिलेगा।
अटल ग्राम सुशासन भवन के बारें में:
: अटल ग्राम सुशासन भवनों का निर्माण ग्राम पंचायतों को स्थायी भवन की सुविधा प्रदान करेगा।
: ग्राम पंचायतों को प्रशासनिक कार्य करने, बैठकों के आयोजन एवं रिकॉर्ड प्रबंधन में सहायता मिलेगी।
: प्रधानमंत्री द्वारा 1153 अटल ग्राम सुशासन भवनों की भी आधारशिला रखी जाएगी।