सन्दर्भ:
: वन विभाग ने हाल ही में विश्व वन्यजीव सप्ताह 2024 मनाने के लिए कवल टाइगर रिजर्व (Kawal Tiger Reserve) के बफर जोन में अपना पहला ‘साइक्लोथॉन’ आयोजित किया।
कवल टाइगर रिजर्व के बारे में:
: यह तेलंगाना राज्य के उत्तर पूर्वी भाग में गोदावरी नदी के किनारे स्थित है, जो डेक्कन प्रायद्वीप-मध्य हाइलैंड्स का हिस्सा है।
: 2015 वर्ग किलोमीटर में फैला यह रिजर्व सह्याद्री पर्वत श्रृंखलाओं में बसा है।
: भारत सरकार ने 2012 में कवल वन्यजीव अभयारण्य को टाइगर रिजर्व घोषित किया।
: इसमें घने जंगल, घास के मैदान, खुले क्षेत्र, नदियाँ, नाले और जल निकाय शामिल हैं।
: नदियाँ- यह रिजर्व गोदावरी और कदम नदियों का जलग्रहण क्षेत्र है, जो अभयारण्य के दक्षिण की ओर बहती हैं।
: भौगोलिक दृष्टि से, यह रिजर्व मध्य भारतीय बाघ परिदृश्य के सबसे दक्षिणी सिरे पर स्थित है, जिसका ताडोबा-अंधारी (महाराष्ट्र) और इंद्रावती (छत्तीसगढ़) बाघ रिजर्व से संबंध है।
: वनस्पतियां- दक्षिणी उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वन।
: पेड़ पौधे- बांस के साथ-साथ सागौन भी बहुतायत में पाया जाता है।
: जीव-जंतु- यह चीतल, सांभर, भौंकने वाले हिरण, नीलगाय, सुस्त भालू, भारतीय बाइसन, पैंथर और बाघ सहित विभिन्न प्रकार के जानवरों का घर है।
: मगरमच्छ, अजगर, मॉनिटर छिपकली, स्टार कछुआ और कोबरा जैसे सरीसृप भी इसकी सीमाओं के भीतर पाए जा सकते हैं।