Sat. Aug 2nd, 2025
ऑपरेशन हॉकऑपरेशन हॉक
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सन्दर्भ:

: CBI ने ऑनलाइन बाल यौन शोषण में लिप्त अंतर्राष्ट्रीय साइबर अपराध नेटवर्क को निशाना बनाते हुए ऑपरेशन हॉक (Operation Hawk) के तहत मुम्बई और दिल्ली से दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया।

ऑपरेशन हॉक के बारे में:

: ऑपरेशन हॉक 2025 में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा शुरू की गई एक विशेष साइबर अपराध विरोधी पहल है।
: इसका लक्ष्य- अंतरराष्ट्रीय डिजिटल पदचिह्नों के साथ ऑनलाइन बाल यौन शोषण में शामिल व्यक्तियों की पहचान करना और उन पर मुकदमा चलाना है।
: CBI के अंतर्राष्ट्रीय संचालन प्रभाग द्वारा शुरू किया गया।
: इसके उद्देश्य:

  • नाबालिगों को ऑनलाइन लक्षित करने वाले संगठित साइबर नेटवर्क को नष्ट करना।
  • साइबर-पीडोफिलिया और बाल शोषण का मुकाबला करने में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करना।
  • भारतीय नागरिकों से जुड़ी विदेशी शिकायतों पर त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना।
  • डिजिटल फोरेंसिक और सीमा पार साक्ष्य संग्रह को बढ़ाना।

: इसकी मुख्य विशेषताएँ:

  • सीमा पार समन्वय: FBI, इंटरपोल और स्थानीय साइबर सुरक्षा इकाइयों सहित वैश्विक एजेंसियों के साथ काम करता है।
  • लक्षित कार्रवाई: CSAM तस्करी, यौन जबरन वसूली (सेक्सटॉर्शन) और नाबालिगों को डराने-धमकाने पर ध्यान केंद्रित करता है।
  • मजबूत जांच: इसमें कई स्थानों पर छापे, डिजिटल जब्ती और IPC, IT अधिनियम और POCSO के तहत कानूनी कार्रवाई शामिल है।
  • मिसाल के आधार पर विस्तार: पहले के CSAM विरोधी अभियानों के अनुभव पर आधारित है।

: ज्ञात हो कि इससे पहले CBI द्वारा चलाए गए समान ऑपरेशन:-

  • ऑपरेशन कार्बन (2021): वैश्विक प्लेटफ़ॉर्म पर CSAM साझा करने वाले डार्क वेब उपयोगकर्ताओं को लक्षित किया गया।
  • ऑपरेशन मेघ चक्र (2022): इंटरपोल इनपुट के आधार पर अखिल भारतीय स्तर पर छापेमारी की गई; जिसके परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर डिजिटल जब्ती और गिरफ़्तारियाँ हुईं।

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By gkvidya

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