सन्दर्भ:
: राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने ‘ऑपरेशन दीप मेनिफेस्ट’ के तहत 9 करोड़ रुपये मूल्य का पाकिस्तानी सामान जब्त किया है।
ऑपरेशन डीप मैनिफेस्ट के बारें में:
: भारत में प्रतिबंधित पाकिस्तानी मूल के सामानों की तस्करी के लिए इस्तेमाल किए जा रहे अवैध व्यापार मार्गों का पता लगाने और उन्हें बाधित करने के लिए डीआरआई द्वारा एक लक्षित प्रवर्तन अभियान।
: इसे केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी), वित्त मंत्रालय के तहत राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) द्वारा शुरू किया गया।
: इसका उद्देश्य- पाकिस्तानी सामानों पर भारत के व्यापक आयात प्रतिबंध को लागू करना और तीसरे देश के ट्रांसशिपमेंट के माध्यम से आर्थिक घुसपैठ को रोकना।
: इसकी मुख्य विशेषताएं:-
- कंटेनर निगरानी: 1,115 मीट्रिक टन माल ले जा रहे 39 कंटेनरों को पकड़ा गया, जिन पर गलत तरीके से यूएई-मूल का लेबल लगा हुआ था।
- दस्तावेज फोरेंसिक: शिपिंग रिकॉर्ड को ट्रैक किया गया और गलत घोषणाओं, कंटेनर स्वैप और दुबई (जेबेल अली पोर्ट) के माध्यम से दोहरे बंदरगाह मार्ग का पता चला।
- वित्तीय खुफिया जानकारी: पाकिस्तानी संस्थाओं और उनके यूएई सहयोगियों के साथ फंड प्रवाह लिंक का पता चला।
- प्रवर्तन परिणाम: एक आयातक फर्म के एक प्रमुख भागीदार को गिरफ्तार किया गया और व्यापक आपराधिक और वित्तीय जांच शुरू की गई।
: इसका महत्व:-
- शत्रुतापूर्ण राज्यों से अवैध व्यापार नेटवर्क को काटकर राष्ट्रीय आर्थिक सुरक्षा की रक्षा करता है।
- आतंकवादी हमलों के बाद भारत की शून्य-सहिष्णुता नीति को सुदृढ़ करता है।
- डेटा एनालिटिक्स और एआई-संचालित सीमा शुल्क प्रवर्तन का उपयोग करने में डीआरआई की विश्वसनीयता को बढ़ाता है।
- तीसरे देश के पुनर्निर्देशन के खिलाफ एक निवारक के रूप में कार्य करता है, जो प्रतिबंधों से बचने के लिए एक सामान्य रणनीति है।