सन्दर्भ-हाल ही में जैव प्रौद्योगिकी कंपनी मॉडर्ना ने अपनी एचआईवी वैक्सीन का ट्रायल शुरू किया है।
प्रमुख तथ्य-:मॉडर्न ने वैक्सीन विकसित करने के लिए गैर लाभकारी अंतरराष्ट्रीय एड्स वैक्सीन पहल यानी आईएवीआई के साथ सहयोग किया है।
:संयुक्त राज्य अमेरिका में पहले चरण का परीक्षण 56 एचआईवी नेगेटिव स्वस्थ वयस्कों के बीच किया जा रहा है।
:प्रतिभागियों को एक इम्यूनोजेन के साथ इंजेक्शन लगाया जाएगा,जो की ऐसा पदार्थ है जिससे प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ावा मिल सकता है।
:इसके बाद बूस्टर इम्यूनोजेन दिया जाएगा।
:यह वैक्सीन उसी तकनीक का करती है जैसे मॉडर्न की कोविड-19 वैक्सीन करती है।
:इस वैक्सीन का उद्देश्य एक प्रकार के एंटीबाडी उत्पादन को प्रोत्साहित करना है,जिसे “ब्रॉडली न्यूट्रैलाइजिंग एंटीबाडीज” के रूप में जाना जाता है।
:यह mRNA यानी मैसेंजर आर एन ए का उपयोग करता जो शरीर की कोशिकाओं को प्रोटीन बनाना सिखाता है और प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ावा देता है।
:विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार HIV एक प्रमुख वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य का मुद्दा बना हुआ है।
:भारत में लगभग 21 लाख लोग एचआईवी से संक्रमित हैं और हर साल अनुमानित 68000 नए संक्रमण जोड़ते हैं।