संदर्भ-हाल ही पावर ग्रिड कारपोरेशन लिमिटेड ने “एक राष्ट्र-एक ग्रिड-एक-एक फ्रीक्वेंसी” की उपलब्धियों की वर्षगांठ मनाई।
प्रमुख तथ्य-:यह आज़ादी के अमृत महोत्सव के एक भाग के रूप में था।
:इस ऐतिहासिक अवसर की वर्षगांठ को 31 दिसंबर 2021 को मनाया गया।
:इस अवसर पर 70 उप-केंद्रों पर तिरंगे की रोशनी लहराई गयी,वीडियो फिल्म दिखायी गयी,बिजली क्षेत्र के विख्यात लोगो के व्याख्यान शामिल किए गए।
:लोगो में जागरूकता के लिए लोकसंपर्क कार्यकलाप का आयोजन भी किया गया।
:70 उप-केंद्रों आस-पास के क्षत्रों में निवास करने वाले समुदायों के लिए चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया गया।
राष्ट्रिय ग्रिड का उदय -:भारत में क्षेत्रीय आधार पर इसकी शुरुआत 60 के दशक में हुआ था,शुरुआत में एक क्षेत्रीय ग्रिड बनाने के लिए राज्य ग्रिडों को आपस में जोड़ा गया और भारत को पांच क्षेत्रों में बांटा गया-पूर्वी,पश्चिमी,उत्तरी,उत्तर-पूर्वी और दक्षिण क्षेत्र।
:इस प्रकार क्षेत्रीय एकीकरण द्वारा 90 के दशक में राष्ट्रीय ग्रिड की स्थापना को साकार किया गया।
:1991 में उत्तर पूर्वी और पूर्वी ग्रिड को आपस में जोड़ा गया।
:2003 में उत्तर पूर्वी और पश्चिमी ग्रिड को जोड़ा गया।
:2006 में उत्तर और पूर्वी ग्रिड को आपस में जोड़कर पहले से जुड़े चार क्षेत्रीय ग्रिड को एक आवृति पर एक केंद्रीय ग्रिड के रूप संचालित किया जा रहा था।
:दिसंबर 2013 में दक्षिण और मध्य क्षेत्र को आपस में जोड़कर “एक राष्ट्र-एक ग्रिड-एक-एक फ्रीक्वेंसी” निर्माण किया गया।
:राष्ट्रीय ग्रिड के तहत क्षमता 112250 मेगावाट है जिसको 2022 तक अनुमानतः 118740 मेगावाट किया जायेगा।