सन्दर्भ:
: भविष्य के आयुष पेशेवरों के लिए मानव संसाधन विकास के लिए अपनी तरह के पहले आयुष दीक्षा केंद्र (Ayush Diksha centre) की आधारशिला रखी गई।
इसका उद्देश्य है:
: क्षमता विकास, मानव संसाधनों को मजबूत करने, अनुसंधान और विकास की सुविधा प्रदान करने, राजस्व उत्पन्न करने के उद्देश्य से आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए प्रमुख राष्ट्रीय संस्थानों के साथ सहयोग करना।
आयुष दीक्षा केंद्र के बारें में:
: यह अत्याधुनिक केंद्र केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान, भुवनेश्वर के परिसर में विकसित किया जाएगा।
: यह संस्थान आयुष पेशेवरों, विशेष रूप से आयुर्वेद से जुड़े लोगों को प्रशिक्षण कार्यक्रम उपलब्ध कराएगा
: यह केंद्र आयुष पेशेवरों को अपने कौशल को निखारने और देश के लोगों को विश्वस्तरीय रोगी देखभाल सेवाएं प्रदान करने में उनकी निपुणता को बढ़ाने में सहयोग करेगा।
: साथ ही यह केंद्र जबरदस्त आयुष अभियान और स्वस्थ एवं खुशहाल जीवन अनुभव की दिशा में वैश्विक अभियान के प्रयास के लिए प्रेरक साबित होगा।
: आयुष दीक्षा केंद्र 30 करोड़ के बजट से बनाया जा रहा है।
: यह दो सभागारों, सभी सुविधाओं के साथ 40 आधुनिक कमरे, वीआईपी के लिए सुइट्स, एक पुस्तकालय के लिए समर्पित स्थान, चर्चा कक्ष, मॉड्यूलर किचन, डाइनिंग लाउंज सहित अन्य अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा।
: यह महत्वपूर्ण पहल वैज्ञानिक तर्ज पर आयुर्वेद में अनुसंधान को बढ़ावा देने और आगे बढ़ाने की दिशा में अहम कदम है।