सन्दर्भ-हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा आईआईटी और आईआईएम और राष्ट्रीय महत्त्व के अन्य संस्थानों को अकादमिक बैंक ऑफ़ क्रेडिट ढांचे के तहत शामिल किया गया है।
प्रमुख तथ्य-इसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 के तहत प्रस्तावित किया गया था।
:इसके तहत विद्यार्थी अपने संस्थान के अलावा अपने पाठ्यक्रम का 50% भाग अन्य संस्थान से पूरा कर सकते है।
अकादमिक क्रेडिट बैंक-यह एक वर्चुअल स्टोर हाउस है,जो विद्यार्थियों के एकेडेमिक क्रेडिट का रिकॉर्ड रखेगा,जिसको विश्व विद्यालय अनुदान आयोग द्वारा स्थापित किया जायेगा।
:इसके तहत विद्यार्थियों के लिए किसी पाठ्यक्रम में प्रवेश करने और उसे पूरा करने के कई विकल्प दिए जायेंगे,साथ ही किसी डिग्री या पाठ्यक्रम को छोड़ने और सम्बंधित प्रमाणपत्र प्राप्त करने का भी विकल्प दिया जायेगा,जिसका फायदा यह होगा की विद्यार्थी अपनी अधूरी पढ़ाई को एक निश्चित समय के बाद भी शुरू कर लेंगे।
:इसका लाभ भी यह होगा कि बैंक विद्यार्थियों ले क्रेडिट सत्यापन,क्रेडिट ट्रांसफर,क्रेडिट संचय,विमोचन और प्रमोशन में मदद करेगा।