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पिलर ऑफ़ शेम

चर्चा में क्यों है-हांगकांग के सबसे पुराने विश्व विद्यालय ने बीजिंग के तियानमेन स्क्वायर में मारे गए लोगो की स्मृति में एक मूर्ति को नष्ट करने हेतु 23 दिसंबर 2021 को रात भर के लिए एक अभियान को शुरू किया गया।
कब और क्यों बनायीं गयी थी मूर्ति-:इसे चीनी सैनिको द्वारा तियानमेन स्क्वायर में किये गए नरसंहार की याद में बनाया गया था।
:1996 में रोम में FAO शिखर सम्मलेन के एनजीओ फोरम में इस मूर्ति का उद्घाटन किया गया था।
:अब तक हांगकांग,मेक्सिको और ब्राजील में तीन और स्तम्भ बनाये जा चुके है।
प्रमुख तथ्य-:इसे पिलर ऑफ़ शेम कहा जाता है,जो की एक 26 फीट ऊँची मूर्तियों की शृखंला है,जिसका निर्माण जेन्स गैलस्चियट द्वारा किया गया था।
:इस प्रतिमा का निर्माण कंक्रीट,कांस्य और ताँबे से किया गया है,जिसका वजन 2 टन है।
:इस मूर्ति में 50 शवों के ढेर है जिसमे पीड़ित चेहरे और उत्पीड़ित शरीर को प्रदर्शित किया गया है।
:यह 1997 से हांगकांग विश्व विद्यालय के कैंपस में ही था।

ऐसा क्यों जरुरी था

:चीन दो वर्ष पूर्व लोकतंत्र के विरोध के बाद हॉंगकॉंग को अपनी सत्तावादी छवि में परिवर्तन कर रहा है,इस प्रकार तियामेंन का यह स्मृति उत्सव महत्वहीन हो गया है।
:चीन ने 30 जून 2020 को हांगकांग के स्थानांतरण की 23वीं वर्षगांठ से पूर्व नया सुरक्षा कानून पारित किया था,ऐसे में चीन की सरकार अब उन सभी स्मारकों,प्रतीकों और समूहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है जो चीनी सत्ता को चुनौती दे सकते है।


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By gkvidya

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